बुंदेलखंड की ये महिलाएं बनी महिला सशक्तीकरण की मिसाल

परसराम साहू
यूं तो बुंदेलखंड बहुत ही पिछड़ा हुआ क्षेत्र माना जाता है और यहां पर महिलाओं को ज्यादा तवज्जो नहीं दी जाती है। यहां पर महिलाओं को पर्दा के पीछे रहने की सलाह दी जाती है। मगर बुदेलखंड का एक ऐसा क्षेत्र हैं जहां यह क्षेत्र महिला सशक्तीकरण के लिए मिशाल बनता नजर आ रहा है।
इसे प्रशासनिक चूक कहें या फिर प्रशासन की सहमति जहां पर हर विभाग के हर पद एक महिला अधिकारी बैठीं है जो महिलाओं के लिए मिसाल बन रही है।

चाहे अपराधों पर लगाम लगाने की बात हो या फिर चिकित्सा के क्षेत्र की बात या पंचायतों मे व्याप्त भ्रष्टाचार को काबू करने की बात हो,या जंगलों मे हो रही कटाई को रोकने की बात,बिजली बिलों की समस्या को निपटाने की बात हो या फिर राजस्व विभाग मे चल रहे प्रकरणों पर काबू करने की बात, महिलाओं बाल विकास मे बच्चों के हक की बात, लोगों तक सरकारी योजनाएं किस तरह पहुंचाया जाएं उसकी बात हो, या फिर सरकारी योजनाएं किस तरह लोगों तक पहुंचे उसकी बात हो यहां पर महिला अधिकारी वो चीज संभव करके बता रही है। आपको इस चीज का विश्वास नहीं होगा।
परंतु हम आपको ले चलते हैं सागर जिले की देवरी विधानसभा जहां महिला अधिकारी महिला सशक्तीकरण के लिए मिशाल बनी है।

उन ऊर्जावान महिला अधिकारों से जिन्हें देखकर आप गर्व करेगें कि बेटियां भी कुछ कर सकती है।

पूजा शर्मा
बात करते हैं पूजा शर्मा की यह देवरी विधानसभा में अनुविभागीय अधिकारी पुलिस के पद पर पदस्थ है। बहुत ही सरल मिजाजी मानी जाती है किसी मामले मे हो गंभीरता पूर्वक दोनों पक्षों को सुनती है उसके बाद ही कुछ एक्शन लेती है।

इनके इस पद पर रहने से क्षेत्र में हो रहे महिला अपराधों पर कुछ हद तक लगाम लगी है। इस क्षेत्र में हो रहे अपराधों को रोकने के लिए लगातार अग्रसर रहती है। यह एक मध्यमवर्गीय परिवार से आती है। देवरी विधानसभा के चारों थानों के ऊपर इनका नियत्रंण रहता है। विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यमों से लोगों को जागरूक करने का काम करती है।

अंकिता गुप्ता
बात करते हैं अंकिता गुप्ता की, जो एसडीएम कार्यालय में स्टेनो के पद पर पदस्थ है और इनकी कार्यशैली एवं काम करने के तरीक़े से सब खुश रहते हैं।

यह किसी भी कार्य मे लेटलतीफी नहीं करती यह हर काम को सजगता एवं जिम्मेदारी से करती है। बहुत ही कम उम्र मे इन्होंने नौकरी करके अपना एवं परिवार का नाम रोशन किया है जो महिलाओं के लिए मिशाल है।

विनीता जैन
बात करते हैं विनीता जैन की जो कि देवरी मे तहसीलदार के पद पर पदस्थ है। अपने कामों को लेकर यह लगातार सुर्खियों मे रहती है। इनके कामों की चर्चा आम जन मे बनी रहती है। क्षेत्र मे लगातार दौडा करके क्षेत्र की जानकारी रखती है।

बताया जाता है कि यह जब सहयोग करती है तो इनके निचले स्तर के जो कर्मचारी हैं उनको तक खबर नहीं लगती मीडिया को तो दूर की बात, वहीं समय समय पर यह गरीब वर्ग के बच्चों की सहायता करती रहती है।

सुजाता विश्वकर्मा
अब बात करते हैं, सुजाता विश्वकर्मा की यह देवरी क्षेत्र में नायब तहसीलदार के पद पर पदस्थ है और इनका कार्यक्षेत्र गौरझामर सर्कल आता है। सरल स्वभाव की महिला अधिकारी मानी जाती है आम हो या खास हो उसकी बात बहुत ही विस्तारपूर्वक सुनती है और उसकी समस्या हल करवाए की कोशिश करती है।

उस क्षेत्र में यह लोगों की आवश्यकता अनुरूप खरी उतरी हो, वहां की समस्याओं पर इन्होंने काबू पाया है। कोरोना महामारी के बीच भी यह गरीब लोगों का सहयोग करती दिखी है। इसलिए कामों की चर्चा पूरे क्षेत्र मे होती है।

सुबुद्धि चढार
अब बात करते हैं, एक ऐसी महिला अधिकारी की जो पहले भी अपने कामों को लेकर लोगों के बीच जगह बना चुकी है। जिस विभाग में शिकायतो का अंबार लगा रहता है, उसका निराकरण इन्होंने एक व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से करवा रही है।

जी हां हम बात कर रहे हैं सुबुद्धि चढार की, जो देवरी मे बिजली विभाग में सहायक अभियंता के पद पर पदस्थ है। यह अपने स्वभाव के लिए जानी जाती है। यह यहां पर सेवा देकर इस पद गौरान्वित करने का काम कर रही है।

अर्चना शरण
अब आपको मिलवाते है, जो हमेशा लोगों के सहयोग के लिए तत्पर रहती है। यह लोगों का सुख-दुख बांटने का काम करती है। अर्चना शरण की, जो कि हाल ही सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र मे बी.एम.ओ के पद पदस्थ हुई है।

यह लगातार सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में सेवाएं दे रही है। रात हो या दिन हो यह क्षेत्रवासियों की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहती है। यह अपने कड़क स्वभाव के लिए जानी जाती है।

प्रियजली राय
जिस उम्र में लड़कियां कालेज जाती है या यूं कहे कि जिस उम्र में लड़कियां अपनी डिग्रियां कंपलीट करती है यह महिला अधिकारी उस उम्र में सेवाएं दे रहे हैं। हम बात कर रहे हैं, प्रियजली राय की जो कि पीएचई विभाग में एसडीओं के पद पर पदस्थ है।

इनकी उम्र 25 वर्ष है, यह इनकी प्रथम ज्वाइनिंग है। पीएचई विभाग दैनिक आवश्यकताओं मे आता है पेयजल की समस्या हो या फिर इनके विभाग से संबंधित कोई भी समस्या हो यह और इनका अमला हमेशा तैयार रहता है। इतनी कम उम्र मे प्रशासनिक पर पदस्थ होकर यह अपनी परिवार के लिए मिशाल तो बनी ही साथ ही महिलाओं के लिए भी प्रेरणा का काम कर रही है।

लीना घोष
जो विभाग लगातार कुपोषण से जूझ रहे बच्चों को संजीवनी का काम करता है। इस विभाग को बच्चों को स्वास्थ्य पर ध्यान देने की बात हो या फिर महिलाओं को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने की बात हो तो वह इसी विभाग से मिलता है।

इस विभाग मे अगर इस प्रकार के अधिकारी हो तो क्या कहना हम बात कर रहे हैं लीना घोष की जो महिला बाल विकास मे परियोजना अधिकारी के पद पर पदस्थ है। यह महिलाओं के सहयोग के लिए हमेशा तत्पर रहती है। यह अपनी भाषा के प्रयोग से विभाग मे लोकप्रिय हैं। यह इस पद पर पदस्थ होकर सेवाएं की भावना से अपनी सेवा दे रही है।

सुमन परमार
अब हम आपको ऐसे महिला अधिकारी की कहानी बताने जा रहे हैं, जो अपने काम के प्रति हमेशा सजग मानी जाती हैं और इनकी कार्यवाही के चर्चा पूरे विधानसभा मे होते है बात कर रहे हैं। सुमन परमार की जो वन परिक्षेत्र गौरझामर मे पदस्थ है।

यह बहुत ही शांत स्वभाव की मानी जाती है परंतु यह अपनी कार्यवाहियों मे बड़ी फुर्ती दिखाती है। जिससे कि अवैध काम करने वालों मे हमेशा इनका भय बना रहता है। इनके यहां होने से अवैध काम करने वालों मे काफी हद तक लगाम लगी है।

चारू जैन
चारू जैन की बात करने जा रहे जो यहां पर खाद्य विभाग में फूड इस्पेक्टर के पद पर पदस्थ है। यह अपने काम करने के प्रति सम्मान और अपना स्वभाव के लिए जानी जाती है।

यह लगातार इस पर पदस्थ होकर इस पद को सम्मानित करने का काम कर रही है।

तो हम कह सकते हैं कि देवरी विधानसभा महिला के लिए मिशाल बना है। तो हम महिला दिवस के अवसर आप लोगों से यही अपील करते हैं कि अपनी बच्चियों को अधिक से अधिक पढाएं और ऐसे पदों तक पहुंचाने मे उनके साथ हमेशा खड़े रहें।

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