अंबेडकर महाकुंभ: CM के विरोध में आशा कार्यकर्ताओं की नारेबाज़ी, पुलिस से हाथापाई
आशा कार्यकर्ताओं ने रोकना चाहा काफिला, कांग्रेस ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर किया तीखा कटाक्ष
ग्वालियर (जोशहोश डेस्क) अंबेडकर महाकुंभ में आये मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के किरोध में आशा कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की। मौके पर मौजूद पुलिस से भी आशा कार्यकर्ता की झड़प हुई और हाथापाई तक हो गई। इस घटनाक्रम से अप्रिय स्थिति बन गई। इस घटनाक्रम को लेकर कांग्रेस ने लाडली बहना योजना की ब्रांडिंग कर रहे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर तीखा कटाक्ष किया है।
मुख्यमंत्री शिवराज रविवार को ग्वालियर में आयोजित अंबेडकर महाकुंभ में पहुंचे थे। इस दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान के भाषण के बाद आशा कार्यकर्ताओं ने उनका काफिला रोकना चाहा और जमकर नारेबाजी करने लगी। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की इस दौरान प्रदर्शनकारी महिलाओं के साथ पुलिस ने धक्का-मुक्की भी की।
घटनाक्रम का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल है। वहीं कांग्रेस ने आशा कार्यकर्ताओं के समर्थन करते हुए दो टूक कहा कि लाडली बहनों के प्रति कृत्रिम अनुराग से उनका पेट नहीं भरेगा। मुख्यमंत्री की सभाओं में भीड़ बढ़ाने के लिए आशा, उषा,आंगनवाड़ी की बहनें भूखे रहकर कब तक भीड़ बढ़ाएंगी…?
आशा कार्यकर्ता का कहना था कि उनके वेतन की मांग पर प्रदेश सरकार लगातार उन्हें गुमराह कर रही है। आशा कार्यकर्ताओं का कहना है कि इस कार्यक्रम के लिए उन्हें सुबह से बैठा कर रखा है। उन्हें आश्वासन दिया गया था कि सीएम शिवराज से मुलाकात करवा कर उनकी बात सुनी जाएगी लेकिन इसके बावजूद भी उन्हें नहीं मिलवाया गया। इसके बाद सभी आशा कार्यकर्ताओं ने एकजुट होकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया।
महाकुंभ में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के अलावा केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और ज्योतिरादित्य सिंधिया, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा सहित ग्वालियर चंबल अंचल के बीजेपी के मंत्री और नेता शामिल हुए थे।