अपने ही बयान में फंस गए ज्योतिरादित्य सिंधिया, पूछे जा रहे तीखे सवाल?

राहुल गांधी के संसद में दिए बयान पर बोलकर ज्योतिरादित्य सिंधिया हो रहे ट्रोल, कांग्रेस भी हमलावर।

रायपुर (जोशहोश डेस्क) कांग्रेस का साथ छोड़कर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में नागरिक उड्डयन मंत्री बने ज्योतिरादित्य सिंधिया शनिवार को रायपुर पहुंचे। यहां सिंधिया ने मीडिया से चर्चा में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के संसद में दिए बयान को लेकर एक ऐसी बात कह दी जिस पर न सिर्फ कांग्रेस हमलावर है बल्कि सोशल मीडिया में भी ज्योतिरादित्य सिंधिया से तीखे सवाल पूछे जा रहे हैं।

भाजपा द्वारा आयोजित बजट केंद्रित संगोष्ठी में भाग लेने आये ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राहुल गांधी के संसद में दिए बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि मुझे आश्चर्य है कि शायद राहुल गांधी का बयान उस संदर्भ में था कि 2014 से पहले एक ऐसा देश था जहां प्रगति नहीं होती थी। विकास नहीं होता था। केवल भ्रष्टाचार होता था और अर्थव्यवस्था का कुप्रबंधन होता था। PM मोदी के आने के बाद एक दूसरा देश निकला है। जहां भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा, जहां प्रगति के लिए विकास के द्वार खोले गए। अब विश्व पटल पर भारत उजागर हो रहा है।

सिंधिया के इस बयान पर कांग्रेस ने भी हमला बोला है। कांग्रेस नेता मोहन मरकाम ने सवाल उठाया कि अगर सिंधिया यह कह रहे हैं कि 2014 से पहले भ्रष्टाचार होता था तो क्या वे खुद भी भ्रष्टाचारी थे? वहीं छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने सिंधिया के साथ भाजपा की अंदरूनी राजनीति पर भी तंज कसा-

गौरतलब है कि बुधवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के जवाब में राहुल गांधी ने कहा था कि “अब दो भारत हैं। अब एक भारत नहीं है। एक भारत बेहद अमीर लोगों के लिए है, जिनके पास अपार संपत्ति है, जिनके पास अपार शक्ति है, उनके लिए जिन्हें नौकरी की जरूरत नहीं है, उनके लिए जिन्हें पानी के कनेक्शन और बिजली के कनेक्शन की जरूरत नहीं है बल्कि उनके लिए जो देश की धड़कन को नियंत्रित करते हैं और दूसरा भारत गरीबों के लिए है। इन दोनों भारत के बीच की खाई चौड़ी हो रही है।

ज्योतिरादित्य सिंधिया रायपुर में राहुल गांधी के इस बयान पर ही प्रतिक्रिया दे रहे थे। बड़ी बात यह है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया अब तक राहुल गांधी पर सीधा हमला करने से बचते रहे हैं ऐसे में उनका यह बयान सुर्खियों में है। ज्योतिरादित्य सिंधिया यहां भाजपा द्वारा आयोजित बजट केंद्रित संगोष्ठी में भाग लेने आये थे।

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