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न CM मिले न नियुक्ति पत्र: फफक-फफक कर रोईं चयनित शिक्षिकाएं, बेरोजगारों पर बरसाए लट्‌ठ

रोजगार की मांग कर रहे युवाओं पर लाठीचार्ज, चयनित शिक्षक-शिक्षिकाएं फिर निराश।

भोपाल (जोशहोश डेस्क) मध्य प्रदेश शिक्षक भर्ती परीक्षा में चयनित शिक्षिकाएं बुधवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को राखी बांधकर उपहार स्वरूप नियुक्ति पत्र लेने पहुंची लेकिन उन्हें न मुख्यमंत्री शिवराज मिले न ही नियुक्ति पत्र।सरकार के रवैए से निराश चयनित शिक्षिकाएं भाजपा कार्यालय के गेट पर फफक-फफक कर रो पड़ीं। दूसरी और रोजगार की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे युवाओं पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। 

प्रदेश भर से चयनित शिक्षिकाएं और सरकारी भरती पर लगी रोक का विरोध करने बड़ी संख्या में युवा बुधवार को भोपाल पहुंचे। मूवमेंट अगेंस्ट अनएम्प्लोयमेंट के आह्वान पर बुधवार सुबह से ही कई युवा रोशनपुरा चौराहे पर जुटने लगे थे। पुलिस ने प्रदर्शन से पहले ही युवाओं पर लाठी चार्ज कर दिया। युवाओं के मुताबिक पुलिस के लाठीचार्ज में 24 से ज्यादा युवक घायल हो गए हैं। पुलिस पर युवाओं को जबरन भोपाल से करीब 25 किमी दूर छोड़ने का भी आरोप है।

वहीं चयनित शिक्षिकाएं पूजा की थाली और राखी साथ लेकर भोपाल पहुंची। चयनित शिक्षिकाएं मुख्यमंत्री शिवराज को राखी बांधकर उपहार स्वरूप तीन साल से लंबित नियुक्ति पत्र की मांग कर रही थीं लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी। बड़ी संख्या में प्रदेश भाजपा कार्यालय पहुंची चयनित शिक्षिकाओं ने यहां नियुक्ति पत्र की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की। इस दौरान एक शिक्षिका तो बेहोश भी हो गई।

सरकारी भरती पर लगी रोक का विरोध कर रहे युवाओं ने भी बुधवार को राजधानी में हल्ला बोला। युवाओं का कहना था कि सरकारी भर्ती पर रोक के कारण बड़ी संख्या में अभ्यर्थी ओवरऐज हो रहे हैं लेकिन सरकार उनका पक्ष सुन नहीं रही है। ऐसे में उनके सामने हमेशा के लिए रोजगार का संकट उत्पन्न हो रहा है। 

सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे बेरोजगारों पर पुलिस ने बल प्रयोग भी किया। पुलिस द्वारा युवाओं पर लाठीचार्ज किया गया जिससे कुछ युवाओं को चोट भी आई। प्रदर्शन कर रहे युवाओं को पुलिस ने दौड़ा दौड़ा कर पीटा और घसीटा। यहाँ तक की गिरफ्तारी के बाद बस में बैठे युवाओं पर भी लाठियां बरसाईं गईं।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने युवाओं पर लाठीचार्ज को बर्बरतापूर्ण बताया। उन्होंने रोज़गार मांग रहे युवाओं पर लाठियां चलाने को बेहद निंदनीय व शर्मनाक बताते हुए कहा कि एक लाख रोज़गार प्रति वर्ष का वर्षों से दावा करने वाली शिवराज सरकार की यह है हक़ीक़त ? कमलनाथ ने चयनित शिक्षकों के साथ न्याय करने की मांग भी दोहराई।

इससे पहले मध्य प्रदेश शिक्षक भर्ती परीक्षा में चयनित शिक्षिकाओं ने रक्षाबंधन से पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को राखी बांधने का फैसला लिया था और उपहार स्वरूप नियुक्ति पत्र की मांग की थी। शिक्षिकाओं ने इसके लिए 18 अगस्त का दिन तय किया था। चयनित शिक्षिकाओं का कहना था कि जब तक नियुक्ति पत्र हासिल नहीं होता उनका आंदोलन जारी रहेगा।

गौरतलब कि मध्यप्रदेश में 2018 में शिक्षक भर्ती का विज्ञापन निकला था। शिक्षक पात्रता परीक्षा वर्ग 1 और वर्ग 2 की परीक्षा ली गई थी। इसमें करीब 33000 शिक्षक चयनित हुए हैं। लगभग तीन साल होने के बाद भी अब तक चयनित शिक्षक अपनी नियुक्ति की राह देख रहे हैं।नियुक्तियां के लिए तीसरी बार वेरिफिकेशन की प्रक्रिया 7 जून से प्रारम्भ हुई है। इससे पहले शिक्षक पात्रता परीक्षा में चयनित शिक्षकों का वेरिफिकेशन दो बार टल चुका है। चयनित शिक्षक जल्द नियुक्ति के लिए प्रदर्शन कर चुके हैं। साथ ही सोशल मीडिया पर भी नियुक्ति के लिए लगातार अभियान चलाए हुए हैं।

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