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18+ को वैक्सीन बड़ा धोखा और चुनावी जुमला, सुप्रीम कोर्ट ले संज्ञान: कमलनाथ

कमलनाथ ने कहा कि यह झूठी घोषणा सिर्फ चुनावी जुमला और जनता के साथ बड़ा धोखा साबित हुई।

भोपाल (जोशहोश डेस्क) 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को एक मई से कोरोना वैक्सीन लगाए जाने के दावे पूरी तरह फेल साबित हुए हैं। पश्चिम बंगाल चुनाव के बीच की गई इस घोषणा को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ (Kamalnath) ने सरकार पर सवाल उठाए हैं। कमलनाथ ने कहा है कि यह घोषणा जनता से बड़ा धोखा और चुनावी जुमला साबित हुई है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट किया कि 1 मई से 18 वर्ष से अधिक उम्र वाले लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाने के तीसरे चरण की घोषणा जनता के साथ बड़ा धोखा व चुनावी जुमला बन गई है ? उन्होंने कहा कि 19 अप्रैल को मोदी सरकार द्वारा 18+ को वैक्सीन की घोषणा की गई , 28 अप्रैल से पंजीयन शुरू करने की बात कही गई और 29 अप्रैल को प.बंगाल , यूपी में मतदान का अंतिम चरण था।

कमलनाथ ने कहा कि अब कई राज्यों ने वैक्सीन नहीं होने के कारण अपना टीकाकरण कार्यक्रम टाल दिया ? मतदान के अंतिम चरण में  युवाओं को लुभाने के लिए की गयी यह झूठी घोषणा  सिर्फ चुनावी जुमला और जनता के साथ बड़ा धोखा साबित हुई।

कोरोना की इस भीषण महामारी में भी भाजपा सरकार ने जनता को सिर्फ़ अपने चुनावी फ़ायदे के लिये वैक्सीन के नाम पर जुमलो व झूठे वादों से ठगने का काम किया ? भाजपा सरकार को अभी भी सिर्फ चिंता चुनाव जीतने की है, जनता से नहीं कोई सरोकार नहीं है। यह देश की जनता के साथ बड़ा धोखा , इस पर तो सुप्रीम कोर्ट को संज्ञान लेना चाहिये।

गौरतलब है कि केंद्र के एलान के बाद बीते गुरुवार प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने साफ़ कर दिया था कि प्रदेश में एक मई से 18 से 44 वर्ष के आयु वाले व्यक्तियों का कोरोना टीकाकरण अभियान शुरू नहीं हो पाएगा। उन्होंने इसका कारण टीका निर्माता कंपनियों से टीका प्राप्त नहीं होने को बताया था।

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