पेपर लीक: PEB की 3 परीक्षाएं निरस्त, कमलनाथ बोले- यह व्यापमं पार्ट-2

वर्ष 2020 और 2021 बीच ली गई 10 में से 3 परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक होने की पुष्टि।

भोपाल (जोशहोश डेस्क) मध्यप्रदेश पीईबी (व्यापमं) के तहत ली गईं 3 भर्ती परीक्षाएं निरस्त कर दी गईं। साल 2020-21 के बीच ली गईं 10 परीक्षाओं की जांच में कम्प्यूटर हैक कर पेपर लीक होने की पुष्टि के बाद वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, नर्सिंग भर्ती की परीक्षा को निरस्त किया गया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने इन परीक्षाओं में बड़े पैमाने पर फर्ज़ीवाड़े का आरोप लगाते हुए इसे प्रदेश का व्यापमं पार्ट- 2 बताया है।

गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने शुक्रवार को बताया कि पेपर लीक होने के कारण वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, नर्सिंग भर्ती की परीक्षा निरस्त कर दी गई है। ये परीक्षाएं परीक्षा वर्ष 2020 और 2021 बीच ली गई थीं, लेकिन इनका रिजल्ट जारी नहीं हुआ था।

जांच में सामने है कि 11 फरवरी को होने वाली परीक्षा का एक दिन पहले प्रश्न पत्र लीक हुआ था। ये पेपर सिस्टम हैक कर लीक किया गया था। इसके बाद वर्ष 2020 और 2021 में हुई 10 परीक्षाओं की जांच हुई थी। इस 10 में से 3 परीक्षाओं के प्रश्नपत्र लीक होने की पुष्टि हुई है।

कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने इस पूरे फ़र्ज़ीवाडे की जांच सीबीआई से कराये जाने की मांग की है। उन्होंने ट्वीट किया-

गौरतलब है कि कुछ छात्रों ने परीक्षाओं में फर्जीवाड़े शिकायत भी की थी। शिकायत के बाद एसईडीसी (टेक्निकल कमेटी) ने परीक्षाओं की जांच की थी। परीक्षा एनएसईआईटी द्वारा ली गई थी। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के मुताबिक अभी तक पेपर लीक में पीईबी के किसी कर्मचारी के शामिल होने की बार सामने नहीं आई है।

एक सितंबर से स्कूलों में छटवीं तक की कक्षाएं

प्रदेश में आगामी एक सितंबर से कक्षा 6 से 12 के सभी शासकीय और अशासकीय विद्यालय 50% विद्यार्थी क्षमता के साथ प्रतिदिन प्रारंभ हो सकेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को स्कूल शिक्षा राज्यमंत्री इन्दर सिंह परमार और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ हुई बैठक में यह निर्णय लिया। हालांकि विद्यार्थियों की उपस्थिति को लेकर अभिभावकों की सहमति अनिवार्य होगी। वहीं स्कूल प्रबंधन और अभिभावक को इस दौरान कोविड प्रोटोकॉल का पालन अनिवार्य रहेगा। कक्षा 1 से 5 के विद्यालयों के संचालन के संबंध में एक सप्ताह पश्चात परिस्थितियों के आधार पर निर्णय लिया जायेगा। 9 से 12 तक सप्ताह में दो दिन कक्षाएं पहले ही चल चल रही थीं।

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