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‘बड़े ऑफर’ पर CM शिवराज को अरुण यादव ने किया निरुत्तर

CM शिवराज ने खंडवा में भरे मंच से अरुण यादव को दी थी पाला बदलने की सलाह, अब अरुण यादव ने दिया सधा जवाब।

भोपाल (जोशहोश डेस्क) नगरीय निकाय के चुनाव प्रचार में खंडवा पहुँचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव को लेकर दिया बयान सियासी गलियारों की सुर्ख़ियों में हैं। अब सीएम शिवराज के इस बयान पर अरुण यादव ने पलटवार किया है। अरुण यादव ने CM शिवराज को उनके ऑफर के लिए न सिर्फ धन्यवाद कहा है बल्कि अपने सधे हुए जवाब से निरुत्तर कर दिया।

इस सियासी अदावत का आगाज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निकाय चुनाव के लिए खंडवा पहुँचने के साथ हुआ। CM शिवराज ने खंडवा में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए भरे मंच से अरुण यादव को पाला बदलने की सलाह दे डाली।

सीएम शिवराज ने कहा कि अरुण भैया उधर कांग्रेस में क्या कर रहे हो? मध्यप्रदेश कांग्रेस में केवल एक ही नाम चलता है वो है कमलनाथ का। आपको यहां कौन पूछ रहा है? यह पहली बार था जब सीएम शिवराज ने सियासी मंच से अरुण यादव को इतना खुला ऑफर दिया हो।

अब बारी अरुण यादव की थी। बुधवार को अरुण यादव ने एक दिलचस्प ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि धन्यवाद शिवराज जी, आपने कांग्रेस के एक छोटे से कार्यकर्ता को सत्ता में आमंत्रित किया है। कांग्रेस पार्टी ने मुझे और मेरे परिवार को बिन मांगे ही बहुत कुछ दिया है। हम सत्ता में ज़रूर आयेंगे, मगर भाजपा के साथ नहीं कांग्रेस की सरकार बनाकर आएंगें-

ग़ौरतलब है कि नगरीय निकाय चुनाव से पहले अरुण यादव की नाराज़गी कुछ ख़बरें मीडिया में आईं थी लेकिन अरुण यादव हमेशा ही ऐसी ख़बरों को निरर्थक बताते रहे हैं। निकाय चुनाव में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने अरुण यादव को अहम जिम्मेदारियां भी सौंप रखी हैं। यही नहीं मिशन 2023 को ध्यान रखते हुए कांग्रेस ने सामाजिक समीकरणों को साधने के लिए जो व्यापक रणनीति बनाने का काम भी शुरू किया है उसका दारोमदार भी पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरुण यादव को सौंपा गया है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को 2018 के विधानसभा चुनाव में उनके गृहक्षेत्र बुधनी विधानसभा सीट पर भी कांग्रेस की ओर से अरुण यादव ने ही चुनौती दी थी। हालांकि यहां अरुण यादव को हार का सामना करना पड़ा था। अरुण यादव कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष रहने के अलावा खंडवा लोकसभा सीट से सांसद और यूपीए-1 में केन्द्रीय राज्य मंत्री भी रह चुके हैं।

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