सत्ता परिवर्तन का योग, 2023 में फिर CM बनेंगे कमलनाथ

प्रदेश की सत्ता को लेकर ज्योतिष के आधार पर एक पोस्ट सोशल मीडिया और व्हाट्सऐप ग्रुप्स पर वायरल

भोपाल (जोशहोश डेस्क) नगरीय निकाय चुनाव के बाद अब प्रदेश के विधानसभा चुनाव की चर्चा जोरों पर है। नगरीय निकाय चुनाव को सत्ता का सेमीफाइनल कहा जा रहा था और इसके नतीजों ने कम से कम यह तो साफ़ कर दिया है कि फाइनल भी बेहद रोचक और करीबी होने वाला है। सत्ता का ऊंट किस करवट बैठेगा यह तो अभी नहीं कहा जा सकता लेकिन चुनावी पंडित सियासत की कुंडली बांचने लगे हैं।

वहीं प्रदेश की सत्ता को लेकर ज्योतिष के आधार पर एक पोस्ट भी सोशल मीडिया और व्हाट्सऐप ग्रुप्स पर वायरल है। इसमें ज्योतिषीय आधार पर प्रदेश के विधानसभा चुनावों के परिणामों की भविष्यवाणी की गई है। इस पोस्ट के मुताबिक प्रदेश में 2023 के विधानसभा चुनाव में सत्ता परिवर्तन का योग बताया जा रहा है और यह दावा किया जा रह है कि पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ फिर मुख्यमंत्री बनेंगे।

पढ़िए क्या है ये वायरल पोस्ट-

2023 में मध्यप्रदेश में आखिरकार कौन किस प्रकार से जीतेगा यह जानना बेहद दिलचस्प है क्या इस बार एक बार पुनः कांग्रेस अपनी सरकार बनाने जा रही है जी हां कुछ यही स्थितियां ग्रहों की बन रही है जिसके चलते कांग्रेस एक बार पुनः सरकार बनाने की स्थिति में आ सकती है इसको जानने के लिए आपको कुछ कुंडलियों पर अपनी नजर डालना बेहद जरूरी है।

सबसे पहले मध्य प्रदेश की कुंडली पर आप नजर डालें मध्यप्रदेश कन्या राशि का प्रदेश और मध्यप्रदेश की राजनीति में कन्या राशि का स्वामी यानी बुध की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होती है चुकी है चुनाव नवंबर के महीने में होने जा रहा है नवंबर के महीने में बुध इस बार अस्त नहीं है और ना ही वक्री है, परंतु आपको देखना होगा की गुरु ग्रह वक्री अवस्था में मेष राशि में भ्रमण कर रहा होगा।

वही शनि मार्गी रहेगा और राहु मीन राशि में प्रवेश कर चुका होगा और केतु ग्रह कन्या राशि में प्रवेश करेगा क्योंकि केतु और बुध मध्यप्रदेश की राजनीति को हमेशा प्रभावित करते हैं इसके चलते शिवराज सिंह जी की कुंडली ज्योतिरादित्य सिंधिया की कुंडली कमलनाथ की कुंडली बीडी शर्मा की कुंडली और कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी की कुंडली का समुचित विश्लेषण करना बेहद आवश्यक है।

इसमें सबसे पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया की कुंडली का विश्लेषण किया जाए तो उस समय गुरु का वक्री होना उनके लिए ठीक नहीं है क्योंकि चंबल और ग्वालियर संभाग में उनका प्रभुत्व रहेगा और उसके चलते वह अपने अधिकांश समर्थकों को टिकट दिलाने में कामयाब रहेंगे परंतु उनकी कुंडली और चंबल और ग्वालियर संभाग की कुंडली का भी विश्लेषण करें तो यह स्पष्ट होता है कि भारतीय जनता पार्टी वहां पर बेहद कमजोर प्रदर्शन करेगी और चंबल ग्वालियर संभाग में बहुत कम सीटों पर भारतीय जनता पार्टी विजय प्राप्त करेगी जितना पिछली बार उसने बहुमत उस संभाग में पाया था यानी लगभग 34 सीटों में से भारतीय जनता पार्टी मुश्किल से 10 सीटों पर विजय प्राप्त कर पाएगी।

यही स्थिति कमोबेश विंध्य संभाग में होने जा रही है विंध्य संभाग की अधिकांश सीटों पर भारतीय जनता पार्टी हारने की स्थिति में रहेगी और विंध्य संभाग की 30 सीटों में जिनमें से अधिकांश पर बीजेपी विजय हुई थी परंतु वहां पर भी इस बार स्थिति बेहद कमजोर रहेगी ज्योतिष के आकलन के अनुसार लगभग 4 से 5 सीटें ही भारतीय जनता पार्टी जीतने की स्थिति में रहेगी बाकी शेष सीटें बार वहां पर भी कांग्रेस के खाते में जाएंगी

यही स्थिति कुछ मध्य भारत में और मालवा के क्षेत्र में रहेगी इस प्रकार आकलन किया जा सकता है कि भारतीय जनता पार्टी 92 से 98 के आसपास सीटें जीतेगी और कॉन्ग्रेस 115से 125 के बीच में सीटें जीतने जा रही है। कुछ निर्दलीय व अन्य क्षेत्रीय पार्टियों के भी प्रत्याशी जीतेंगे इस विश्लेषण से यह स्पष्ट होता है कि एक बार पुनः कांग्रेस सत्ता के नजदीक पहुंचने जा रही है।

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