क्या कुंठा निकालने की जगह बन गई शिवराज सरकार की कैबिनेट बैठकें?

मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया और अरविंद भदौरिया के बीच बहस हो गई।

भोपाल (जोशहोश डेस्क) शिवराज सरकार की कैबिनेट बैठक एक बार फिर अपने फैसलों की बजाए मंत्रियों के आपसी विवाद के कारण सुर्खियों में है। मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया और अरविंद भदौरिया के बीच बहस हो गई। कैबिनेट बैठकों में लगातार हो रहे मंत्रियों के बीच आपसी विवाद पर कांग्रेस ने भी कटाक्ष किया है।

पूर्व मंत्री और विधायक पीसी शर्मा ने कैबिनेट बैठक के ताजा विवाद को लेकर ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा कि सरकार की केबिनेट बैठकें अब अपनी-अपनी कुंठा बाहर निकालने की जगह बन गयी हैं। जहाँ पर जाकर उनके मंत्री एक दूसरे पर लांछन, अभद्र भाषा और एक दूसरे को नीचा दिखाने की प्रतियोगिता करते हैं।

बड़ी बात यह है कि कैबिनेट बैठकों में यशोधरा राजे सिंधिया बेहद मुखर नजर आ रही हैं। इससे पहले यशोधरा राजे सिंधिया और ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के बीच कहासुनी की खबर सामने आई थी। हालांकि बाद में दोनों ने खबर को भ्रामक बताया था। इसके बाद अब यशोधरा राजे सिंधिया की अरविंद भदौरिया से विवाद की खबर सामने आई है। यशोधरा राजे का बार बार कैबिनेट बैठक में मुखर होना बड़े संकेत दे रहा है।

वहीं कैबिनेट बैठक में गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा की भी नाराजगी सामने आ चुकी है। एनवीडीए के टेंडर को लेकर उन्होंने आपत्ति जताई थी। तब उनका निशाना जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट थे इस दौरान मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की चुप्पी के भी सियासी मायने निकाले गए थे जबकि एनवीडीए का प्रभार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पास ही है।

कैबिनेट की बैठकों में लगातार हो रही विवाद को भाजपा की अंदरूनी राजनीति से जोड़कर भी देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक मंत्रियों को लेकर भाजपा में असंतोष की स्थिति लगातार बढ़ रही है। हालांकि अनुशासन के डर से यह असंतोष खुलकर सामने तो नहीं आ रहा लेकिन मंत्रियों की असहजता कैबिनेट बैठकों के अलावा अन्य कार्यक्रमों में साफ दिखाई दे रही है।

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