क्या जनसंपर्क विभाग भी BJP का अनुषांगिक संगठन हो गया है?

नगरीय निकाय चुनाव में पुलिस - प्रशासन के दुरुपयोग के आरोप के बीच अब जनसंपर्क कार्यालय भी विवादों में।

भोपाल (जोशहोश डेस्क) प्रदेश में हुए नगरीय निकाय चुनाव में पुलिस और प्रशासन के दुरुपयोग के आरोप तो लग ही रहे थे, अब एक प्रेस रिलीज के बाद जनसंपर्क कार्यालय भी विवादों में आ गया है। कांग्रेस ने प्रेस रिलीज की विषयवस्तु और भाषा पर आपत्ति दर्ज कराते हुए यह सवाल उठाया है कि क्या अब जनसंपर्क विभाग भी भाजपा का अनुषांगिक संगठन हो गया है?

पूरा मामला सागर के संभागीय जनसंपर्क कार्यालय से जुड़ा है। दरअसल सागर के संभागीय जनंसपर्क कार्यालय से बुधवार को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी हुई जिसमें दूसरे चरण की मतगणना में सागर के सात नगरीय निकायों के परिणामों का ब्यौरा दिया गया था। कांग्रेस ने इस प्रेस विज्ञप्ति पर सवाल उठाया है।

प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के चेयरमैन केके मिश्रा ने इस प्रेस रिलीज को शेयर कर सवाल उठाया कि क्या इस हेडिंग के साथ जनसंपर्क चुनाव परिणाम को लेकर खबर का प्रसारण कर सकता है? ऐसा लगता हैं कि जनसंपर्क विभाग भी भाजपा का अनुषांगिक संगठन हो गया है।

गौरतलब है कि बुधवार को प्रदेश के दूसरे चरण में हुए नगरीय निकाय के चुनाव के नतीजे सामने आए थे। नतीजों के बाद भाजपा अब 16 में से 9 नगर निगम पर ही कब्जा बरकरार रख पाई है। वहीं कांग्रेस ने पांच निकायों में भाजपा को सत्ता से बाहर कर दिया है। कटनी में निर्दलीय उम्मीदवार ने महापौर पद का चुनाव जीता है वहीं सिंगरौली में आम आदमी पार्टी की महापौर पद पर जीत हुई है।

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