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महाकाल में पुजारियों को ही नहीं मिला प्रवेश-विलंब से हुई भस्मआरती, कारण कैलाश विजयवर्गीय!

महाकाल मंदिर के पट खोलकर भस्मारती करने वाले पुजारियों जब वह पहुंचे तो उनको ही प्रवेश नहीं मिल सका।

उज्जैन (जोशहोश डेस्क) नागपंचमी के मौके पर महाकाल मंदिर में विवाद की स्थिति बन गई। मंदिर के पट खोलने वाले पुजारियों को ही मंदिर में प्रवेश नहीं मिला जिससे भस्म आरती में आधे घंटे का विलंब हुआ। बताया जा रहा है कि पुजारियों को प्रवेश इसलिए नहीं मिल पाया कि मंदिर में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, उनके विधायक बेटे आकाश विजयवर्गीय और विधायक रमेश मेंदोला मौजूद थे और वे भस्मआरती से पूर्व ही दर्शन करना चाहते थे। दैनिक अग्निबाण ने अपनी खबर में यह खुलासा किया है।

आज सुबह महाकाल मंदिर के पट खोलकर भस्मारती करने वाले पुजारी जब पहुंचे तो उनको ही प्रवेश नहीं मिल सका जिससे भस्मआरती में आधा घंटा का विलंब हुआ। बताया जा रहा है कि आज सुबह 4 बजे भस्मारती होने से पूर्व ही भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, विधायक आकाश विजयवर्गीय और रमेश मेंदोला सभामंडप हाल में पहुँच गए।

जब 4 बजे के लगभग गेट नंबर 4 से आरती करने वाले संजय पुजारी तथा अन्य पुजारी आए तो उन्हें रोका गया। इसका वीडियो भी सोशल मीडिया में वायरल है। वायरल वीडियो में महाकाल मंदिर में मौजूद कैलाश विजयवर्गीय से उनकी उपस्थिति के कारण पुजारियों को रोके जाने को लेकर सवाल पूछा जा रहा है लेकिन विजयवर्गीय उसका जवाब नहीं देते हैं।

मंदिर के पट खोलने वाले पुजारियों को ही मंदिर में प्रवेश न मिलने और भस्म आरती में आधे घंटे का विलंब को लेकर विवाद की स्थिति बन गई और हंगामा भी हुआ। पुजारियों का आरोप था कि मंदिर में भाजपा नेताओं की मौजदगी के चलते उन्हें प्रवेश से रोका गया।

दैनिक अग्निबाण की रिपोर्ट के मुताबिक गर्भगृह के द्वार खोलने के बाद पुजारी भस्मारती करने लगे तो उनसे कहा गया कि आरती से पूर्व गर्भगृह में भाजपा के नेता दर्शन करेंगे जिस पर पुजारियों ने आपत्ति ली और उन्होंने कहा कि भस्मारती के बाद जो भी वीआईपी हैं वे जल चढ़ा सकते हैं लेकिन उनकी बात नहीं मानी गई और भस्मारती से पूर्व ही उपस्थिति वीआईपी नेताओं ने प्रोटोकाल तोड़ते हुए महाकाल के दर्शन किए।

गौरतलब है कि वीआईपी लोगों का गर्भगृह में प्रवेश प्रतिबंध है। बाद में पुजारियों ने आरोप लगाया कि सुबह 4 बजे से पहले ही भाजपा नेताओं को सभामंडप में बैठा दिया गया था और कैमरे बंद कर दिए गए थे तथा हमें भी इसी कारण रोका गया। इस कारण से करीब साढ़े 4 बजे भस्मारती शुरु हुई।

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