सीधी बस हादसे में 15 मौतें, सरकारी इवेंट्स में भीड़ जुटाने आम आदमी की बलि?

मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने घटना को लेकर सरकार पर उठाया सवाल

सीधी (जोशहोश भोपाल) मध्यप्रदेश के सीधी जिले में शुक्रवार देर शाम हुए हादसे में मृतकों के संख्या अब 15 हो गई है। 50 से ज्यादा घायलों में 15 से 20 लोगों की हालत अब भी गंभीर बनी हुई है। ऐसे में मृतकों की संख्या और भी बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। हादसे के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद घटनास्थल के साथ अस्पताल भी पहुंचे वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने घटना को लेकर सरकार पर सवाल उठाया है।

हादसा शुक्रवार शाम को उस वक्त हुआ जब मोहनिया टनल के पास ट्रक की टक्कर से तीन बसें पलट गईं। जिस बस को ट्रक ने टक्कर मारी वह केंद्रीय गृहमंत्री की मौजूदगी में हुए आयोजन में शामिल लोगों को लेकर लौट रही थी। उसमें काफी लोग सवार थे।

बताया जा रहा है कि तेज रफ्तार ट्रक का टायर फटने से वह साइड में खड़ी तीन बसों से टकरा गया। दो बसें पलट गईं और तीसरी बस बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। हादसे के बाद चीख-पुकार मच गई।

दूसरी ओर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने हादसे को लेकर सवाल उठाया और कहा कि मप्र में भाजपा सरकार के आयोजनों में भीड़ इकट्ठा करने के लिए बसें भर कर लाने, ले जाने में प्रायः आम जन वीभत्स हादसे का शिकार हो जाते हैं। मुख्यमंत्री शिवराज जी बताएं, कि भाजपा के आयोजनों में भीड़ दिखाने के चक्कर में आम लोग कब तक अपनी बलि देते रहेंगे?

दिग्विजय सिंह ने मृतकों के परिजनों को 50 लाख ₹ व घायलों के लिए 5 लाख ₹ रुपये की आर्थिक सहायता दिए जाने की मांग भी की। साथ ही उन्होंने कहा कि कार्यक्रम सरकारी था इसीलिए मुख्यमंत्री जी दुर्घटना की जिम्मेदारी लें व दोषी अधिकारियों को बर्खास्त करें।

इधर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देर रात घटनास्थल और अस्पताल का दौरा किया। इसके बाद सीएम शिवराज ने हादसे में मरने वालों के परिवारों को 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को दो लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों को एक लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि मृतकों के परिजनों को योग्यता के अनुसार सरकारी नौकरी दी जाएगी।

हादसे पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी शोक जताया है। गृहमंत्री अमित शाह शुक्रवार को सतना प्रवास पर थे। यहाँ उन्होंने मेडिकल कॉलेज का लोकार्पण करने के साथ माता शबरी जयन्ती पर आयोजित कोल महासम्मेलन में शिरकत की थी।

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