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फर्जी निकला गाजियाबाद गैंगरेप केस, मुस्लिम एंगल पर चल रहा था दुष्प्रचार

पुलिस का बड़ा खुलासा, पीड़िता ने प्रॉपर्टी विवाद के चलते 5 लोगों को फंसाने अपने दोस्त के साथ रची थी साज़िश

गाजियाबाद (जोशहोश डेस्क) निर्भया काण्ड की तरह प्रचारित किये जा रहे गाजियाबाद गैंगरेप केस में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। पुलिस का कहना है कि 5 लोगों पर गैंगरेप का केस दर्ज कराने के लिए साजिश रची गई थी। महिला और उसके एक दोस्त ने अपने कुछ दोस्तों के साथ मिलकर ये साजिश रची थी।

पीड़िता ने प्रॉपर्टी विवाद के चलते इन 5 लोगों को फंसाने की साज़िश अपने दोस्त के साथ रची थी। गाज़ियाबाद पुलिस पीड़िता के खिलाफ भी कार्रवाई कर सकती है। इस केस के सामने आने पर जिस तरह की वीभत्सता पीड़िता ने बताई थी उसे लेकर बुद्धिजीवी वर्ग देश में महिला सुरक्षा को लेकर चिंता जता रहा था, वहीं एक वर्ग द्वारा आरोपियों के नाम वर्ग विशेष के होने से इस मामले को लेकर तूल भी दिया जा था।

महिला के दोस्त आजाद और उसके 2 दोस्त गौरव और अफजाल को पुलिस ने हिरासत में लिया है। पुलिस को इस बात के भी सबूत मिले हैं कि आजाद ने बलात्कार के मामले का ज्यादा प्रचार करने के लिए पेटीएम के जरिये एक शख्स को पैसे भी दिए थे।

महिला के गायब होने के बाद आजाद का मोबाइल ऑफ था और जब ऑन हुआ तो उसकी लोकेशन वहीं आ रही थी जहां महिला पड़ी हुई मिली। आजाद ही अपने दोस्तों के साथ महिला को ले गया था और वो 2 दिन इन्हीं के साथ रही।

गुरुवार शाम आईजी प्रवीण कुमार ने प्रेसवार्ता कर गैंगरेप की घटना को झूठा करार दिया। उन्होंने बताया कि महिला ने अपने प्रेमी आजाद के साथ मिलकर घटना का षड्यंत्र रचा था। केस में नामजद किए गए शाहरुख और उसके भाई जावेद से महिला का मकान को लेकर विवाद चल रहा है। इसी मकान को कब्जाने के लिए गैंगरेप का षड्यंत्र रचा गया।

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के ट्वीट के बाद मामला सुर्खियों में आया था। स्वाति मालीवाल ने कहा था कि महिला के साथ 5 लोगों ने गैंगरेप किया, उसकी हालत खराब है और महिला के प्राइवेट पार्ट में रॉड डाली गई। स्वाति मालीवाल ने गाज़ियाबाद पुलिस को नोटिस भी जारी किया था।

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