शराबबंदी के राजस्व की भरपाई के तरीके मुख्यमंत्री को बताऊंगी : उमा भारती

मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने एक बार फिर शराबबंदी की आवाज बुलंद की है।

भोपाल (जोशहोश डेस्क) मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता उमा भारती (Uma Bharti) ने एक बार फिर शराबबंदी की आवाज बुलंद की है, शराबबंदी से होने वाले राजस्व के नुकसान की भरपाई कैसे की जा सकती है, इससे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अवगत कराएंगी।

राज्य की राजधानी पहुंची उमा भारती ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए शराबबंदी की पैरवी की और कहा कि, “राज्य में शराबबंदी की वो जो बात कह रही हैं, उसके पीछे कारण है क्योंकि यहां सामाजिक सोच को रखने वाला व्यक्ति मुख्यमंत्री है। इससे पहले कई उदाहरण थे कि शराब पीने से लोगों की मौत हुई है। उसके बाद से ही मन में यह विचार था, लेकिन पिछले दिनों राज्य में शराब नीति बनाने की बात आई तो मैंने अपनी बात कही।”

पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने सार्वजनिक तौर पर बयान दिए जाने को सही ठहराते हुए कहा कि, “शराबबंदी सार्वजनिक चर्चा का भी है, क्योंकि यह सामाजिक विषय भी है, राजनीतिक तौर पर कोई निर्णय लेना होता है तो पार्टी अपने स्तर पर ले लेती है, मगर जब कोई विषय सामाजिक होता है तो उसकी बात भी सामाजिक तौर पर होनी चाहिए, इसलिए इसे सामाजिक किया है।”

उमा भारती अपने पत्रों के कारण हमेशा चर्चाओं में रहती आई हैं, उन्होंने साफ कर दिया है कि, “इस मसले पर अलग से किसी को चिट्ठी नहीं लिखने वाली, किसी से मिलने वाली भी नहीं हूं। मुख्यमंत्री चौहान से जरुर इसलिए मिलूंगी क्योंकि मेरे मुख्यमंत्रित्वकाल में इस बात की तैयारी की गई थी कि शराबबंदी से होने वाले राजस्व की क्षति को कैसे पूरा किया जाए और आदिवासियांे पर चर्चा होगी, उनकी संस्कृति को लेकर। इसको चरणबद्ध तरीके से कैसे किया जाए, उससे उन्हें अवगत कराउंगी।”

उमा भारती से जब सवाल किया गया कि क्या वे अपनी कार्यशैली के मुताबिक इस मुहिम को भी अंजाम तक पहुचाएंगी। इस पर उन्होंने कहा कि, “इस बयान को इश्यू न बनाएं, मैं तो साधारण व्यक्ति हूं, मैं तो अपने आप को मोगली बोलती हूं, जिसे जंगल से पकड़ लाए थे। उसे कोई बात पूरी समझ में नहीं आती थी और वह चला जाता था, अपने काम पर। इसी तरह की हूं। जब धुन लग जाएगी तो हो जाएगा। राममंदिर हो गया, तिरंगा यात्रा हो गई, राज्य में सरकार भी बनाई थी तीन तिहाई बहुमत के साथ।”

शराब से सबसे ज्यादा महिलाओं को परेशानी होने का जिक्र करते हुए उमा भारती ने कहा कि, “इससे सबसे ज्यादा महिलाएं पीड़ित हैं, सभी की यह समस्या है। गरीब का अगर कोई भला सोचता है तो उसको शराबबंदी करना चाहिए। गरीब महिलाओं को रियायती राशन दो या न दो मगर शराबबंदी कर दो।”

ज्ञात हो कि उमा भारती ने बीते रोज ही एक के बाद एक ट्वीट कर शराबबंदी की पैरवी की थी। साथ ही भाजपा के अध्यक्ष जे पी नड्डा से इस बात की अपील की थी कि भाजपा शासित राज्यों में शराबबंदी को लागू किया जाए।

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