आदिवासी अधिकार यात्रा में बोले कमलनाथ, दबाने-छिपाने की राजनीति को पहचानना जरूरी

बड़वानी में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने केंद्र और प्रदेश सरकार पर जमकर बोला हमला।

बड़वानी (जोशहोश डेस्क) बड़वानी में आयोजित आदिवासी अधिकार यात्रा में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने केंद्र और प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि देश-प्रदेश में दबाने-छिपाने की राजनीति का दौर चल रहा है। इसे पहचानते हुए सच का साथ देना होगा। कमलनाथ ने कोरी घोषणाओं को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर भी निशाना साधा।

कोरोना से हुई मौतों को लेकर कमलनाथ ने कहा कि अकेले बड़वानी जिले में ही दस हजार मौतें हुई हैं। प्रदेश में यह आंकड़ा ढाई लाख तक है लेकिन सरकार प्रभावितों को राहत देने के बजाए आंकड़े दबाने और छिपाने में व्यस्त है। उन्होंने बढ़ती बेरोजगारी को लेकर कहा कि ये वहीं मोदी जी हैं जो दो करोड़ रोजगार का वादा करते थे। अब देश में रोजगार की स्थिति किसी से छिपी नहीं है।

कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि प्रदेश में सरकार चलाने से अच्छा उन्हें मुंबई जाकर फिल्मों में काम करना चाहिए। वे बहुत अच्छी एक्टिंग करते हैं। समस्याओं का समाधान उनके पास नहीं है। शिवराज बीते दो साल में चार हज़ार तथा 15 साल में 22 हज़ार घोषणाएं कर चुके हैं।

अधिकारियों को चेताया

कमलनाथ ने कहा कि रैली में आने से आदिवासियों को रोका जा रहा है। में रोकने वालों से कहना चाहता हूँ कि 2023 के चुनाव के बाद कमलनाथ सरकार में यही लोग जिन्हे आप रोक रहे हैं आप को रोकेंगे। कमलनाथ ने कहा कि मैं भी उन अधिकारियों के लिए लाइब्रेरी बना रहा हूं जो आदिवासियों की बातों को अनसुना कर रहे हैं उन्हें प्रताड़ित कर रहे हैं और जो भाजपा का बिल्ला लेकर जेब में घूम रहे हैं। मैं इन्हें इतनी आसानी से नहीं छोडूंगा नहीं।

छिंदवाडा का दिया उदाहरण

कोरोनाकाल में प्रदेश का हाल बताते हुए कमलनाथ ने कहा कि पूरा प्रशासन यह जान ले कि प्रदेश में एक सिर्फ छिंदवाड़ा ही ऐसा जिला था जहां न तो ऑक्सीजन की कमी थी और न रेडमेसिवर की कमी हुई।

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