500 करोड़ की ‘श्री महाकाल विकास योजना’ से निखेरगा उज्जैन का महाकालेश्वर

इस परियोजना में लोटस पोंड, ओपन एयर थिएटर तथा लेकफ्रंट एरिया और ई-रिक्शा व आकस्मिक वाहनों के लिए मार्ग तैयार होगा।

उज्जैन (जोशहोश डेस्क) मध्यप्रदेश सरकार ने पांच सौ करोड़ की लागत की ‘श्री महाकाल विकास योजना’ (Shri Mahakal Vikas Yojana) उज्जैन को मंजूरी दे दी है। सबसे पहले प्रदेश की पूर्व कमलनाथ सरकार ने महाकाल मंदिर विकास परियोजना (Shri Mahakal Vikas Yojana) को मंजूरी दी थी। इस राशि से विकास कार्य कराए जाएंगे। योजना के तहत अन्नक्षेत्र एवं प्रवचन हॉल और धर्मशाला के लिये स्थान नए प्रवचन हॉल, धर्मशाला आदि का जैसे-जैसे निर्माण कार्य आगे बढ़ता जाएगा, वैसे-वैसे पुराने निर्माण हटाए जाएंगे।

क्या है महाकाल विकास योजना
महाकाल क्षेत्र विकास योजना (Shri Mahakal Vikas Yojana) के अंतर्गत परियोजना के क्रियान्वयन से श्री महाकालेश्वर मन्दिर का क्षेत्रफल वर्तमान स्थिति से 8 से 10 गुना बढ़ जायेगा। प्रजेंटेशन में बताया गया कि प्रथम चरण में महाकाल प्लाजा, महाकाल कॉरिडोर, मिडवे जोन, महाकाल थीम पार्क, घाट एवं डेक एरिया, नूतन स्कूल कॉम्पलेक्स, गणेश स्कूल कॉम्पलेक्स, पार्किंग, धर्मशाला, प्रवचन हॉल एवं अन्नक्षेत्र का निर्माण होगा। द्वितीय चरण में महाराजवाड़ा, रूद्र सागर जीर्णोद्धार, छोटा रूद्र सागर लेक फ्रंट, रामघाट का सौन्दर्यीकरण, पर्यटन सूचना केंद्र, हरिफाटक पुल का चैंड़ीकरण एवं रेलवे अण्डरपास तथा रूद्र सागर पर पैदल पुल, महाकाल द्वार, बेगमबाग मार्ग का विकास, रूद्र सागर पश्चिमी मार्ग तथा महाकाल पहुंच मार्ग का उन्नयन किया जायेगा। महाकाल कॉरिडोर के तहत प्रथम घटक में पैदल चलने के लिए उपयुक्त 200 मीटर लम्बा मार्ग बनाया जायेगा।

इस परियोजना में लोटस पोंड, ओपन एयर थिएटर तथा लेकफ्रंट एरिया और ई-रिक्शा व आकस्मिक वाहनों के लिए मार्ग तैयार होगा। मिडवे जोन के अन्तर्गत पूजन सामग्री की दुकानें, फूडकोर्ट, लेकव्यू रेस्टोरेंट, लेकफ्रंट डेवलपमेंट, जनसुविधाएं, टॉवर सहित निगरानी एवं नियंत्रण केंद्र की स्थापना होगी। महाकाल थीम पार्क के अन्तर्गत महाकालेश्वर की कथाओं से युक्त म्युरल वाल, सप्त सागर के लिए डेक एरिया तथा डेक के नीचे शॉपिंग क्षेत्र, बैठक क्षेत्र सुविधाएं विकसित होंगी।

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पार्किंग सुविधा
इसी तरह त्रिवेणी संग्रहालय के समीप कार, बस व दोपहिया वाहन की पार्किंग बनेगी। इसी क्षेत्र में धर्मशाला और अन्नक्षेत्र भी प्रस्तावित हैं। कोबल्ड स्टोन की रोड क्रॉसिंग के जरिये पदयात्रियों की कनेक्टिविटी विकसित की जा रही है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उज्जैन में 500 करोड़ लागत की श्री महाकाल विकास योजना (Shri Mahakal Vikas Yojana) को मंजूरी देते हुए कहा कि, “इस योजना (Shri Mahakal Vikas Yojana) से विस्थापित होने वाले व्यक्तियों, दुकानदारों, छोटे-मोटे धंधे करने वाले व्यक्तियों का भी विशेष ध्यान रखा जाये। योजना के विभिन्न घटकों का नामकरण उज्जैन की परम्परा एवं संस्कृति के आधार पर होगा।”

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