ज्योतिरादित्य सिंधिया को NSUI ने बेशर्म के फूलों के साथ सौंपा धिक्कार पत्र
पत्र को पढ़ते ही सिंधिया तमतमा उठे और कार का कांच चढ़ा चले गए।
ग्वालियर (जोशहोश डेस्क) भाजपा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को अपने दौरे के आखिरी दिन असहज स्थिति का सामना करना पड़ा। ग्वालियर में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने सिंधिया को काफिले को अचानक रोका और उन्हें बेशर्म के फूलों के साथ धिक्कार पत्र सौंपा। इस घटना से सकते में आए सिंधिया कार का ग्लास चढ़ा चुपचाप चले गए।
ज्योतिरादित्य सिंधिया शनिवार को दिल्ली जाने के लिए निकलने थे। गोला का मंदिर चौराहे पर सचिन कुमार के नेतृत्व में NSUI के कार्यकर्ताओं ने उनको अचानक रोक लिया। सिंधिया के कार रोकते ही NSUI ने उनको धिक्कार पत्र और बेशर्म के फूल दिए। पत्र में सवाल किया गया था कि जब लोग कोरोना से मर रहे थे तब आप कहां थे? पत्र को पढ़ते ही सिंधिया तमतमा उठे और कार का कांच चढ़ा चले गए।
NSUI के सचिन ने सिंधिया को बेशर्म का फूल दिए जाने को लेकर कहा कि यह वह फूल होता है जो कहीं भी किसी भी हालत में उग जाता है। साथ ही धिक्कार पत्र में पूछा गया है कि जब कोरोना संक्रमण से लोग मर रहे थे तब आप कहां थे? कोरोना की दूसरी लहार थमते ही आप घर-घर जाकर लोगों की मौत का मजाक उड़ा रहे हैं।
गोविंद सिंह का तंज- अस्तित्व बचाने दर-दर भटक रहे
जयभान सिंह पवैया से मुलाकात को लेकर भी सिंधिया कांग्रेस के निशाने पर हैं। पूर्व मंत्री गोविंद सिंह ने दोनों की मुलाकात पर तंज कसते हुए कहा है कि सिंधिया कांग्रेस में नेता थे, लोकसभा में उपनेता रहे और आज अपना अस्तित्व बचाए रखने के लिए दर-दर भटक रहे हैं। गोविंद सिंह ने कहा कि इसका मुझे बड़ा दुख है, कम से कम उन्हें इस तरह दर-दर नहीं भटकना चाहिए।