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महाकाल लोक: कमलनाथ के विजन और काम का श्रेय ले रही शिवराज सरकार?

महाकाल लोक को लेेकर प्रदेश की शिवराज सरकार पर श्रेय की राजनीति के लग रहे आरोप

भोपाल (जोशहोश डेस्क) उज्जैन में महाकाल लोक के लोकार्पण का अवसर आ चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार शाम इसका लोकार्पण करने जा रहे हैं। दूसरी ओर महाकाल लोक को लेेकर प्रदेश की शिवराज सरकार पर श्रेय की राजनीति के आरोप भी लग रहे हैं।

कांग्रेस का आरोप है कि महाकाल मंदिर के विकास और विस्तार की योजना पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के कार्यकाल में साल 2019 में तैयार हुई थी और इसके लिए 300 करोड़ का बजट निर्धारित किया गया था। साथ ही इसकी मॉनिटरिंग के लिए त्रि-स्तरीय समिति का गठन भी किया गया था।

कांग्रेस ने महाकाल मंदिर के विकास और विस्तार को लेकर तत्कालीन मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में हुई बैठक की डिटेल भी सोशल मीडिया पर जारी की है। साथ ही नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने भी महाकालेश्वर ज्योर्तिलिंग मंदिर के विकास और विस्तार के लिए कमलनाथ द्वारा बनाई समग्र योजना और उसे मूर्तरूप दिए जाने के प्रयासों को मीडिया से चर्चा में साझा किया।

गोविंद सिंह ने याद दिलाया कि अगस्त 2019 को मुख्यमंत्री कमलनाथ जी की अध्यक्षता में मंत्रालय में आहूत की गई बैठक में महाकाल मंदिर विकास की 300 करोड़ की इस योजना का विस्तृत ब्यौरा महाकाल मंदिर के पुजारियों और मंत्रिमंडल के सदस्यों के सम्मुख रखा गया था। जिसमें फ्रंटियर यार्ड, नंदी हाल का विस्तार, महाकाल थीम पार्क, महाकाल कॉरिडोर, वर्केज लॉन पार्किंग आदि का विकास और निर्माण प्रथम चरण में प्रस्तावित किया गया था।

गोविंद सिंह के मुताबिक बैठक में महाकाल मंदिर के विकास को तीव्र गति से किये जाने के संदर्भ में मंत्रियों की एक त्रिस्तरीय समिति भी गठित की, जिसमें उज्जैन जिले के प्रभारी मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, आध्यात्म विभाग के मंत्री पीसी शर्मा और नगरीय निकाय विभाग के मंत्री जयवर्धन सिंह को समिति का सदस्य बनाया गया था। 25 फरवरी, 2019 को प्रथम चरण के टेंडर इनवाईट करने के लिए नोटिस (NIT) जारी किया गया। महाकाल मंदिर के प्रथम चरण के विकास के लिए 7 मई 2019 को 97 करोड़ रुपए का वर्क ऑर्डर भी जारी कर दिया गया। कमलनाथ सरकार ने इसी प्रकार मप्र स्थित औंकारेश्वर ज्योर्तिलिंग मंदिर निर्माण के लिए भी 150 करोड़ रू का प्रावधान किया था।

कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर भी महाकाल मंदिर के विकास और विस्तार को लेकर कमलनाथ के प्रयासों को शेयर किया है।

कांग्रेस ने बताया कि कमलनाथ सरकार समूचे मप्र के मंदिरों के विकास और विस्तार की व्यापक योजना पर काम कर रही थी और कमलनाथ सरकार मप्र विनिर्दिष्ट मंदिर विधेयक, 2019 लेकर आयी थी और कमलनाथ सरकार ने ज्योर्तिलिंग महाकालेश्वर, औंकारेश्वर, राम पथ वन गमन के साथ ही श्रीलंका में माता सीता के मंदिर सहित समूचे मप्र के मंदिरों के विकास और विस्तार के साथ मंदिरों के पुजारियों के मानदेय के लिए एक व्यापक अग्रणी भूमिका का निर्वाहन किया था।

गौरतलब है कि महाकाल लोक का लोकार्पण कार्यक्रम महाकाल की विशेष पूजा अर्चना के साथ शुरू होगा। पीएम मोदी शाम 5:30 बजे उज्जैन पहुंचेंगे। वो सबसे पहले गर्भ गृह में बाबा महाकाल की पूजा अर्चना करेंगे। उसके बाद शाम 6:30 बजे महाकाल प्रोजेक्ट के नंदी द्वार पर लोकार्पण कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके बाद शाम 7:00 बजे कार्तिक मेला ग्राउंड में सांस्कृतिक कार्यक्रमों में शामिल होंगे और एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे।

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