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रिटायर्ड IAS की खरी-खरी, बुधनी के मेडिकल कॉलेज में भी बोलेंगे कौव्वे?

रिटायर्ड आईएएस राजेश बहुगुणा ने बुधनी में मेडिकल कॉलेज खोले जाने के ऐलान पर उठाये सवाल

भोपाल (जोशहोश डेस्क) एमपी कैडर के रिटायर्ड आईएएस राजेश बहुगुणा ने प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। उन्होंने अपनी पोस्ट में हाल ही में शिवराज केबिनेट द्वारा बुधनी में मेडिकल कॉलेज खोले जाने को लेकर सरकार पर सवाल उठाये हैं। आबकारी आयुक्त और कलेक्टर रह चुके प्रमोटी आईएएस बहुगुणा की यह सोशल मीडिया पोस्ट बेहद चर्चाओं में है।

रिटायर्ड आईएएस राजेश बहुगुणा ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा कि कोई यह प्रश्न उठाएगा कि जब कटनी, बुरहानपुर नीमच देवास जैसे बड़े शहरों में मेडिकल कॉलेज नहीं हैं और धार, बालाघाट, शाजापुर, बड़वानी, खरगोन, बैतूल होशंगाबाद, मंदसौर, टीकमगढ़, सीधी जैसे जिला मुख्यालयों में मेडिकल कॉलेज नहीं हैं तो बुधनी जो कि तहसील मुख्यालय है, में मेडिकल कॉलेज क्यों खोला जा रहा है?

राजेश बहुगुणा ने लिखा कि जनता और जनप्रतिनिधि सोए हुए हैं या वंदना में लीन हैं। नौकरशाह तो क्या कहें? उन्होंने क्या और क्यों अनुशंसा की है। क्या पहले प्राथमिकता में सभी जिला मुख्यालयों में मेडिकल कॉलेज नहीं खोले जाने चाहिए थे? क्या बुधनी की जगह सीहोर या आष्टा मेडिकल कॉलेज के लिए उपयुक्त जगह नहीं हैं।

राजेश बहुगुणा ने शिवराज सरकार के इस फैसले पर जिला मुख्यालय दतिया में 6 साल पहले खोले गए मेडिकल कॉलेज का उदाहरण भी दिया। उन्होंने लिखा कि झांसी से 25 किलोमीटर और ग्वालियर से 70 किमी दूर छोटे से जिला मुख्यालय दतिया में आज से 6 वर्ष पूर्व खुले मेडिकल कालेज का हाल पता कर लें, कौव्वे बोलते हैं। सभी बीमार झांसी या ग्वालियर जाते हैं। बुधनी का भी यही हाल होना है।

गौरतलब है कि सीएम शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में मंगलवार को हुई कैबिनेट बैठक में प्रदेश में दो मेडिकल कॉलेज खोलने पर सहमति बनी थी। कैबिनेट ने उज्जैन में मेडिकल कॉलेज खोले जाने की प्रशासकीय मंजूरी और बुधनी में मेडिकल कॉलेज खोलने के लिए सैद्धांतिक अनुमति दी थी। कहा जा रहा ही कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का विधानसभा क्षेत्र होने के कारण ही मेडिकल कॉलेज के लिए बुधनी को चुना गया है।

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