रीवा सर्किट हाउस या अय्याशी का अड्डा, शिवराज जी कब चलेगा बुल्डोजर?

सीएम शिवराज के रीवा पहुंचने से ठीक पहले स्थानीय राज निवास (सर्किट हाउस) में नाबालिग से रेप की शर्मसार करने वाली वारदात।

रीवा (जोशहोश डेस्क) मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बुधवार को रीवा पहुंच रहे हैं। सीएम शिवराज के रीवा पहुंचने से ठीक पहले स्थानीय राज निवास (सर्किट हाउस) में नाबालिग से रेप की शर्मसार करने वाली वारदात सामने आई है। सर्किट हाउस में ठहरा रेप का आरोपी महंत फरार है। बड़ी बात यह है कि महंत राज निवास के जिस कमरे में ठहरा था वह एक हिस्ट्रीशीटर के नाम से बुक था और यह हिस्ट्रीशीटर ही नाबालिग को सर्किट हाउस लेकर आया था।

सवाल यह उठ रहा है कि राजनिवास किस की शह से अय्याशी का अड्डा बन गया? हिस्ट्रीशीटर को यहां रूम कैसे मिल गया? वह तीन दिन से राज निवास में कैसे रुका हुआ था? इस लापरवाही के जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई कब होगी? और इस शर्मसार करने वाली वारदात केआरोपियों और इसके जिम्मेदारों पर कब बुल्डोजर चलेगा?

वारदात के मुख्य आरोपी महंत सीताराम की रीवा के कई दिग्गजों के साथ तस्वीरें भी वायरल हैं। वायरल तस्वीरों में विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम, कमिश्नर अनिल सुचारी और एसपी नवनीत भसीन भी महंत का आशीर्वाद लेते दिखाई दे रहे हैं।

विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम के साथ आरोपी महंत सीताराम

रेप का आरोपी महंत सीताराम दास श्रीराम जन्मभूमि न्यास के पूर्व सदस्य व पूर्व सांसद रामविलास वेदांती का शिष्य है। रीवा के प्रतिष्ठित समदड़िया समूह के मॉल के उद्घाटन अवसर पर रामविलास वेदांती की कथा 1 अप्रैल से 10 अप्रैल तक होनी है। महंत सीताराम आयोजन की तैयारी के लिए रीवा आया हुआ था। वह इसका निमंत्रण बांटने के लिए अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से मिल चुका था।

28 मार्च की शाम महंत सीताराम एनेक्सी भवन रूम नंबर-4 में ठहरा हुआ था। इस दौरान महंत का परिचित हिस्ट्रीशीटर बदमाश विनोद पांडेय एक नाबालिग को झांसा देकर महंत के पास लाया था। नाबालिग के मुताबिक राज निवास के कमरे में महंत, विनोद और एक अन्य आरोपी शराब पार्टी कर रहे थे। उसे भी शराब पिलाना चाही। उसके मना करने पर विनोद और दूसरा शख्स बाहर से रूम बंद कर चले गए। इसके बाद महंत ने नाबालिग के साथ रेप किया।

हैरानी की बात यह है कि विनोद पांडेय पर हत्या, हत्या के प्रयास, अड़ीबाजी, रेप सहित विभिन्न अपराधों के 36 से अधिक मामले दर्ज हैं। दोहरे हत्याकांड पर उसे कोर्ट से सजा भी हो चुकी थी और जमानत पर बाहर था। बताया जा रहा है कि वह तीन दिन से राज निवास में में ठहरा हुआ। सर्किट हाउस में आम तौर पर राजकीय मेहमानों और अधिकारियों को रुकने की अनुमति होती है तो फिर हिस्ट्रीशीटर के नाम से रूम कैसे बुक था? पुलिस ने विनोद पांडेय को गिरफ्तार कर लिया है।

चर्चा इस बात की भी है कि महंत सीताराम को विगत 1 माह से जिले वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और जिला प्रशासन अधिकारियों द्वारा स्पेशल ट्रीटमेंट किसके कहने पर दिया जा रहा था? महंत के साथ पुलिस की विशेष व्यवस्था क्यों रहती थी? कई मंदिरों के दर्शन दौरान उसे वीआईपी प्रोटोकॉल दिए जाने की बात भी सामने आई है।

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