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खरगोन: बैंक क़र्ज़ से त्रस्त किसान ने खेत में जहर खाकर दी जान

खरगोन (जोशहोश डेस्क) बैंकों का कर्ज किसानों की जान पर भारी पड़ रहा है। खरगोन के मलगांव में एक किसान से खेत में सल्फास खाकर जान दे दी। बताया जा रहा है कि किसान को बैंक कर्ज जमा करने के लिए प्रताड़ित किया जा रहा था। इधर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने किसानों द्वारा आत्महत्या किए जाने पर सवाल उठाया है।

मलगांव के किसान अशोक बिजगवनिया ने कर्ज से त्रस्त आकर रविवार को जान दे दी। अशोक बिजगवनिया ने रविवार को खेत में सल्फास खा लिया, उसे सनावद अस्पताल लेकर आया। जहां चिकत्सकों ने हालत गंभीर देख उसे इंदौर रैफर कर दिया। इंदौर ले जाते समय उसकी मौत हो गई।

परिजनों ने किसान की आत्महत्या को लेकर बैंक पर कर्ज के लिए प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। परिजनों के मुताबिक किसान पर बैंक ऑफ इंडिया बांगरदा का पांच लाख का क़र्ज़ था। कर्जा जमा न करने पर किसान से बैंक के बाहर फोटो लगाने की बात कही जा रही थी।

कांग्रेस के प्रदेश कमलनाथ ने मध्यप्रदेश में किसानों की आत्महत्याएँ जारी रहने पर प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाये हैं-

किसान के एक परिजन के मुताबिक़ अशोक पर बैंक ऑफ इंडिया का 5 लाख रु. का कर्जा था। किसान कर्जा चुकाने के लिए अन्य लोगों से उधार की व्यवस्था में लगा हुआ तथा लेकिन उसे मदद नहीं मिल पा रही थी। अशोक के परिवार में पत्नी दो बच्चे थे। एक लड़की इंदौर में पीएससी की तैयारी कर रही थी तो दूसरा लड़का सनावद काॅलेज में पढ़ाई कर रहा था।

बैंक ऑफ इंडिया बांगरदा के प्रबंधक आशुतोष आनंद का कहना है कि किसान पर 5 लाख का कर्जा था। वह 4 साल से किश्त जमा नहीं कर पा रहा था। पिछले दिनों हुई लोक अदालत में उसने कर्जा माफ करने पर कर्ज जमा करने का आश्वासन दिया था। जिस पर उसने एक किश्त जमा भी कर दी थी। शेष राशि फसल बिकने पर जमा करने की बात कही थी। बैंक से किसी तरह प्रताड़ित नहीं किया जा रहा था।

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