ज़िंदा जलाई गई आदिवासी महिला की मौत, शिव-राज में सुरक्षा की बात बेमानी
डीजल डालकर जलाई गई आदिवासी महिला की भोपाल में इलाज के दौरान मौत, कमलनाथ ने सरकार पर उठाये सवाल
Ashok Chaturvedi
भोपाल/ गुना (जोशहोश डेस्क) गुना के धनोरिया गांव में डीजल डालकर जलाई गई आदिवासी महिला राम प्यारी बाई की भोपाल में इलाज के दौरान मौत हो गई। रामप्यारी की मौत के बाद प्रदेश में आदिवासी उत्पीड़न को लेकर शिवराज सरकार पर निशाने पर आ गई है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने दो टूक कहा है कि अब शिवराज जी से आदिवासी भाइयों-बहनों की सुरक्षा और भलाई की उम्मीद करना बेमानी है।
कमलनाथ ने शनिवार को महिला के इलाज को लेकर भी सरकार की मंशा पर सवाल उठाये। उन्होंने कहा कि शिवराज जी अगर आप प्रदेश की पीड़ित आदिवासी महिला को अत्याधुनिक उपचार के लिए उच्च चिकित्सा केंद्र पर भिजवाते तो संभवतः एक अमूल्य जीवन बच जाता।
उन्होंने यह भी कहा कि आदिवासी भाई-बहनों पर अत्याचार में देश में सर्वोच्च स्थान पर पहले ही पहुंच चुकी शिवराज सरकार का 15 साल का काला इतिहास आदिवासी उत्पीड़न और अत्याचार से भरा पड़ा है। शिवराज जी से अब आदिवासी भाइयों बहनों की सुरक्षा और भलाई की उम्मीद करना बेमानी है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार तो आदिवासी हित के नाम पर केवल झूठे राजनैतिक प्रपंच और आयोजन कर दिखावा करने वाली सरकार है। उन्होंने प्रदेश वासियों से अपील करते हुए कहा कि हमें जुड़कर एक होकर इन अत्याचारों से खुद ही लड़ना होगा।
गौरतलब है कि आदिवासी महिला राम प्यारी बाई को जमीन विवाद के चलते दबंगों ने ज़िंदा जला दिया था। आरोपी महिला की जमीन पर कब्जा जमाना चाहते थे। महिला जब खेत पर गई तो आरोपियों ने डीजल डालकर उसे जिंदा जला दिया था। गंभीर अवस्था में उसे गुना से रेफर कर भोपाल के हमीदिया अस्पताल में भर्ती किया गया था। वह करीब 80% तक जल चुकी थी। पीड़िता के पति ने पुलिस पर आरोपियों से साठगांठ करने के आरोप भी लगाए थे।