DGP जौहरी ने साबित किया संविधान ही अधिकारियों का धर्म: विवेक तन्खा

डीजीपी विवेक जौहरी द्वारा आईपीएस एसोसिएशन के वॉट्सऐप ग्रुप पर सांप्रदायिक पोस्ट पर लिए गए एक्शन को राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने सराहा।

भोपाल (जोशहोश डेस्क) राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा ने प्रदेश के डीजीपी विवेक जौहरी द्वारा एक पूर्व आईपीएस की सांप्रदायिक पोस्ट पर लिए गए एक्शन की सराहना की है। सांसद तन्खा ने लिखा कि डीजीपी जौहरी ने साबित किया कि भारतीय संविधान ही अधिकारियों का धर्म है।

सांसद विवेक तन्खा ने यह बात मध्यप्रदेश आईपीएस एसोसिएशन के आधिकारिक वॉट्सऐप ग्रुप पर पूर्व आईपीएस मैथिलीशरण गुप्त की विवादित पोस्ट पर डीजीपी विवेक जौहरी द्वारा की गई कार्रवाई की खबर के संदर्भ में कही।

तन्खा ने शनिवार सुबह ट्वीट किया कि मप्र पुलिस अधिकारियों के वॉटसऐप ग्रुप की खबर पढ़ने के बाद डीजीपी विवेक जौहरी के लिए आदर कई गुना बढ़ गया। ग्रुप में एक सांप्रदायिक पोस्ट पर डीजीपी जौहरी के बोल्ड स्टेप ने यह साबित कर दिया कि अधिकारियों के लिए भारतीय संविधान ही एकमात्र धर्म है।

साथ ही विवेक तन्खा ने इस मौके पर रूस्तम जी, व्ही पी नरोन्हा, महेश बुच जैसे प्रदेश के उन पूर्व अधिकारियों का भी स्मरण किया जिन्होंने अपने कार्यों से प्रदेशवासियों के दिलों में जगह बनाई। साथ ही विवेक तन्खा ने यह भी लिखा कि बीते हुए दिन वापस लाओ, प्रदेश और देश बचाओ।

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गौरतलब है कि स्पेशल डीजीपी के पद से रिटायर हुए आईपीएस मैथिलीशरण गुप्त को शुक्रवार आईपीएस एसोसिएशन के अधिकारिक वाट्सऐप ग्रुप ‘आईपीएस MP’ से रिमूव कर दिया गया था। मैथिलीशरण गुप्त ने शुक्रवार सुबह भारत-पाकिस्तान के बंटवारे को लेकर कुछ फैक्ट मप्र आईपीएस एसोसिएशन के आधिकारिक वाट्सऐप ग्रुप में शेयर किये थे। यह तथ्य देश के बंटवारे और मुस्लिम लीग को लेकर थे। इस पोस्ट में देश की बर्बादी का कारण एक समुदाय विशेष को बताते हुए उनके देश में रहने का कारण अंग्रेजों को बताया गया था।

डीजीपी विवेक जौहरी ने इस पोस्ट पर आपत्ति जताई थी। इसके बाद मैथिलीशरण गुप्त को पोस्ट हटाने के लिए कहा गया था लेकिन मैथिलीशरण गुप्त ने यह कहते हुए पोस्ट डिलीट करने से इंकार कर दिया कि उन्होंने कुछ गलत शेयर नहीं किया है। जो भी तथ्य शेयर किए गए हैं, वह हिस्टोरिकल फैक्ट हैं। इसके बाद मैथिलीशरण गुप्त ग्रुप से रिमूव कर दिया गया था।

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