इंदौर की कंपनी Vishal Fab का क्या है Tesla कनेक्शन

इंदौर (जोशहोश डेस्क) दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक कर निर्माता कंपनी टेस्ला (Tesla) ने अब अमेरिका के बाद चीन में भी अपना प्लांट शुरू कर दिया है। खबर है कि टेस्ला इस साल से भारत में भी अपनी कार लाॅन्च करने जा रही है। टेस्ला ने पहले कभी भारत में अपनी गाड़ियां नहीं बेंची, लेकिन टेस्ला की कार में लगने वाला एक जरूरी पुर्जा इंदौर के औद्योगिक क्षेत्र स्थित कंपनी ‘विशाल फेब’ में बनता है। कॉपर लग नाम का पुर्जा (बैटरी की ऊर्जा को कार से लिंक करने वाला) बनाया जाता है। फैक्टरी में इन दिनों रात-दिन काम चल रहा है, क्योंकि कंपनी ने चीन में भी प्लांट लगा दिया है।

विशाल फेब क्या है

विशाल फेब मध्यप्रदेश के इंदौर सांवेर रोड औद्योगिक क्षेत्र स्थित एक निजी कंपनी है जो कि 1987 में बनी थी। यह कंपनी कॉपर से बने इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स बनाती है। जो पावर सप्लाई में मदद करते हैं। कंपनी के डायरेक्टर की मानें तो उनकी कंपनी 30 सालों से इलेक्ट्रिकल इंडस्ट्रीज को कॉपर के पार्ट बनाकर दे रही है। फ्रांस की सबसे बड़ी कंपनी स्नाइडर को भी यही कंपनी पार्ट्स सप्लाई करती है।

करोड़ों की गाड़ियों में भी लगता है इंदौर में बना कॉपर लग

कंपनी के डायरेक्टर सुनील जोशी और अनिल जोशी बताते हैं कि इंदौर में कॉपर लग कार में लगी लीथियम आयन बैटरी को कार से लिंक करता है, जिससे बैटरी में पैदा हुई ऊर्जा कार में पहुंचती और कार को गति मिलती है। इसके बिना बैटरी की ऊर्जा नहीं मिलेगी और कार नहीं चलेगी। हर माह करीब साढ़े तीन लाख कॉपर लग अमेरिका के प्लांट को भेजे जाते हैं। लॉकडाउन के बाद अब चीन में भी टेस्ला कंपनी का प्लांट शुरू हो गया है। वहां हर माह करीब 50 हजार पुर्जे जा रहे हैं। कार के माॅडल के हिसाब से एक कार में चार से छह कॉपर लग लगते हैं।

रोबोट आर्म की मदद से होता है फैक्ट्री में काम

सुनील जोशी बताते हैं कि टेस्ला का उत्पादन बढ़ता जा रहा है, इसलिए अब विदेशों से हाईटेक मशीनें लगवा ली है। हमारे यहां रोबोट आर्म भी है, जो तेजी से पार्ट बनाने का काम करती है। हमारा पूरा ध्यान गुणवत्ता पर रहता है। मप्र में पहला जेड गोल्ड सर्टिफिकेट हमें ही मिला था, जो अभी पूरे प्रदेश में केवल चार-पांच ग्रुप के पास ही है।

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