जब नेहरू ने चुनावी सभा में ही कर दी थी अपने प्रत्याशी को हराने की अपील

देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू से जुड़ा प्रसंग वायरल, जाने माने न्यूज एंकर रवीश कुमार ने अपने किया था शेयर

नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) हिमाचल प्रदेश का एक वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है। कहा जा रहा है कि वीडियो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी पार्टी के एक बागी उम्मीदवार को चुनावी मैदान से हटने की समझाइश दे रहे थे। इसके बाद विपक्ष ने प्रधानमंत्री के राजनीतिक आचरण पर सवाल भी उठाए थे।

इस घटनाक्रम के बाद देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू से जुड़ा एक प्रसंग भी जमकर वायरल हो रहा है। इस प्रसंग को जाने माने न्यूज एंकर रवीश कुमार ने अपने शो प्राइम टाइम में शेयर किया था।

रवीश कुमार ने बताया कि यह प्रसंग वरिष्ठ पत्रकार आलोक मेहता द्वारा वर्ष 1993 में लिखी किताब ‘राव के बाद कौन’ में लिखा गया है।

इसमें बताया गया है कि 1952 में देश के पहले चुनाव के दौरान जवाहर लाल नेहरू तत्कालीन विन्ध्य प्रदेश के रीवा में अपनी ही पार्टी के प्रत्याशी के समर्थन में सभा लेने आए थे लेकिन चुनावी सभा में ही नेहरू ने जनता से अपनी पार्टी के प्रत्याशी शिवबहादुर सिंह को हराने की अपील कर दी थी। नेहरू ने मंच से कहा था कि ये धोखे से पार्टी के प्रत्याशी बन गए हैं और इन्हें वोट मत दीजिए।

किताब में इस प्रसंग का जिक्र कुछ इस तरह किया गया है कि तत्कालीन विन्ध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री अवधेश प्रताप सिंह के बेटे गोविंद नारायण सिंह आज भी उस दिन को याद करते हुए कहते हैं कि मंच पर ही पंडित नेहरू के कान में किसी व्यक्ति ने शिवबहादुर सिंह को धोखाधड़ी और रिश्वतखोरी के कारण 1951 में न्यायालय द्वारा सुनाई तीन साल की सजा का उल्लेख कर दिया और यह मामला उसी अदालत में विचाराधीन था लेकिन पंडित नेहरू यह सुन कर उबल पड़े थे और उन्होंने तत्काल अपनी गलती स्वीकार करते हुए पार्टी को प्रत्याशी को हरवा दिया था।

इस प्रसंग का उल्लेख करते हुए रवीश कुमार ने यह भी कहा मैं अपने स्तर पर इस तथ्य की पुष्टि नहीं कर सकता लेकिन भारतीय राजनीति का यह अकेला उदाहरण होगा जब टिकट मिलने के बाद उसके प्रचार के लिए आया राष्ट्रीय स्तर का नेता मंच पर जाकर यह कह दे कि हमसे गलती हो गई आप हमारे प्रत्याशी को वोट मत दीजिएगा और उसे हरा दीजिएगा।

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