चुनाव मुक्त भारत, गुजरात में सामने आया ‘इच्छाधारी वोट’ का नया मॉडल

गुजरात विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस ने लगाया मतदान में अनियमितता का बड़ा आरोप

गांधीनगर (जोशहोश डेस्क) गुजरात विधानसभा चुनाव के बाद एक ओर जहां भूपेंद्र पटेल ने सोमवार को राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने गुजरात में मतदान में अनियमितता का बड़ा आरोप लगाया। कांग्रेस ने कई मतदान केंद्रों पर वोटिंग पैटर्न से बड़े घोटाले की आशंका जताई है।

कांग्रेस के मीडिया और पब्लिसिटी विभाग के चेयरमैन और गुजरात चुनाव के मीडिया प्रभारी पवन खेड़ा ने सोमवार केा मीडिया से चर्चा में चुनावों में मतदान पर सवाल उठाए। उन्होंने एक बूथ पर एक घंटे में 16 हजार यानी एक घंटे में 57 वोट पड़ने का बड़ा आरोप लगाया।

पवन खेड़ा ने वीवीपैट से पर्ची निकलने को लेकर भी सवाल उठाए। साथ ही स्थानीय निकाय के चुनाव में को लेकर भी वोटिंग पैटर्न पर सवाल खड़े किए।

उन्होंने कहा कि ये गुजरात में यह ‘इच्छाछारी वोट’ का नया मॉडल सामने आ रहा है। साहिब ने इच्छाकर ली और वोट पड़ गए। न जनता की जरूरत और न ही वोटिंग मशीन की। यह चुनाव मुक्त भारत बनाने का प्रयास है जो लोकतंत्र के लिए बड़ा खतरा है।

दूसरी ओर सोमवार को भूपेंद्र पटेल ने गुजरात के 18वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। दोपहर 2 बजे गांधीनगर सचिवालय के हेलीपैड मैदान में राज्यपाल ने उन्हें पद की शपथ दिलाई। उनके साथ 16 मंत्रियों ने भी शपथ ली जिनमे आठ कैबिनेट, दो स्वतंत्र प्रभार और छह राज्य मंत्री हैं।

शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी मौजूद रहे। कार्यक्रम में शिरकत करने के लिए बीजेपी शासित राज्यों के सीएम भी पहुंचे थे जिनमें मध्यप्रदेश के CM शिवराज सिंह चौहान भी शामिल थे। वहीं शपथ ग्रहण में दो हजार से ज्यादा अन्य नेताओं और 200 संतों ने भी हिस्सा लिया।

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