रिवाज रहेगा या इतिहास बनेगा, हिमाचल में मतदान-भाजपा क्यों परेशान?

हिमाचल प्रदेश में मतदान शनिवार सुबह प्रारंभ, इस बार बेहद कांटे का मुकाबला, गुटबाज़ी से बढ़ी भाजपा की मुश्किलें

शिमला (जोशहोश डेस्क) पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश में नई सरकार चुनने मतदान शनिवार सुबह प्रारंभ हो गया। हिमाचल का चुनाव इस बार बेहद कांटे का माना जा रहा है। कई सीटों पर बेहद नजदीकी मुकाबला है और ये सीटें ही इस बात का निर्णय करेंगी कि इस बार राज्य में हर साल में पांच साल में सरकार बदलने का रिवाज रहेगा या सरकार बरकरार रख जनता इतिहास रचेगी।

अब तक के तमाम चुनावी सर्वें राज्य में कांटे का मुकाबला दिखा रहे हैं। बीते विधानसभा चुनाव में भी करीब 20 सीटें ऐसी थीं जहां जीत हार का अंतर एक हजार से दो हजार मतों का ही था। ऐसे में भाजपा के सामने सत्ता वापसी की चुनौती है तो कांग्रेस का पूरा जोर भाजपा को सत्ता से बेदखल करना है।

इस बार चुनावी माहौल मे जो बड़ा परिवर्तन दिख रहा है वह भाजपा की गुटबाजी और कांग्रेस की एकजुटता है। आमतौर पर कांग्रेस को गुटबाजी के लिए जाना जाता है लेकिन इस बार हिमाचल मे कांग्रेस एकजुट नजर आ रही है वहीं भाजपा अपने बागी उम्मीदवारों से परेशान है।

करीब एक दर्जन सीटों पर भाजपा के बागी पार्टी के उम्मीदवारों पर ही भारी पड़ रहे हैं। यहां तक कि पीएम नरेंद्र मोदी का एक बागी उम्मीदवार को किया गया कॉल तक बेहद चर्चा में रहा था। कहा जा रहा है कि भाजपा राज्य में तीन गुटों में बंटी दिख रही है जिसकी अगुआई पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर कर रहे हैं।

यही कारण है कि भाजपा ने पड़ोसी राज्य उत्तराखंड की तर्ज पर पूरा चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर केंद्रित कर दिया है। राज्य का चुनावी माहौल देख कर यह कहा जा रहा है कि इस बार चुनाव नरेंद्र मोदी वर्सेस कांग्रेस नजर आ रहा है। भाजपा के लिए सबसे बडी परेशानी यह है कि अगर राज्य के चुनावी नतीजे पक्ष में नहीं आते तो इसे सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि से जोड़ा जाएगा।

गौरतलब है कि हिमाचल प्रदेश की 68 विधानसभा क्षेत्रों में कुल 413 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। प्रदेश के 7,881 मतदान केंद्रों पर करीब 56 लाख मतदाता इनकी किस्मत का फैसला करेंगे। इनमें 28 लाख 54 हजार 945 पुरुष, 27 लाख 37 हजार 845 महिलाएं और 38 थर्ड जेंडर वोटर हैं। मतगणना 8 दिसंबर को होगी।

Exit mobile version