जानना चाहता है भारत, क़तर ने क्यों निरस्त किया उपराष्ट्रपति का भोज ?
कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने केंद्र सरकार पर लगाईं सवालों की झड़ी।
Ashok Chaturvedi
दोहा/ नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) कतर की यात्रा पर गए भारत के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के सम्मान में दिए जाने वाले एक आधिकारिक रात्रिभोज को रद्द किये जाने को लेकर सवाल उठे रहे हैं। कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने केंद्र सरकार पर सवालों की झड़ी लगते हुए पूछा कि देश यह जानना चाहता है कि क्या कारण है कि हमारे सम्मानित उपराष्ट्रपति के सम्मान में दिया भोज एक विदेशी मुल्क ने कैन्सल कर दिया?
उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के सम्मान में भोज कतर के उपअमीर अब्दुल्ला बिन हमद बिन खलीफा अल थानी द्वारा दिया जाना था। रात्रिभोज रद्द किये जाने को भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा और दिल्ली प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता नवीन कुमार जिंदल की आपत्तिजनक टिप्पणियों से कतर की नाराजगी से जोड़कर देखा जा रहा है। हालाँकि अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि रात्रिभोज को रद्द किये जाने का आपत्तिजनक टिप्पणियों से संबंघ नहीं है।
इस मामले के साथ ही कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने कई और सवाल भी उठाये। उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट कर कहा कि सच्चाई सामने है -भाजपा एक तरफ़ तो धार्मिक ध्रुवीकरण कर और नफरत फैला कर भारत की सदियों पुरानी ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की परंपरा का अपमान करती है तो दूसरी और सब धर्मों के सम्मान का ढोंग व पाखंड करती है। यह दोगली भाषा अविश्वसनीय है।
10/n देश जानना चाहता है कि –
8. क्या कारण है कि हमारे सम्मानित उपराष्ट्रपति के सम्मान में दिया भोज एक विदेशी मुल्क ने कैन्सल कर दिया?
9. क्या कारण है कि कई देशों द्वारा हमारे राजदूतों को बुला एडवाईजरी जारी की जा रही है और राजदूत भाजपा प्रवक्ताओं को ” फ्रिंज तत्व” बता रहे हैं?
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) June 6, 2022
उन्होंने लिखा कि क्या भाजपा नेतृत्व संकीर्ण राजनैतिक स्वार्थों को पूरा करने के लिए देश को सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के अंधेरे युग में धकेल रहा है? क्या कारण है की भाजपा नेताओं को पार्टी से निष्काषित कर धार्मिक भावना भड़काने की FIR दर्ज नहीं की गई? भाजपा अपने कृत्यों से देश के सम्मान को ठेस पहुँचा रही है और झेंप मिटाने के लिए विदेशी मुल्कों के दबाब में प्रवक्ता हटा रही है।
सुरजेवाला ने अरब देशों की नाराजगी को लेकर भी सरकार घेरा। उन्होंने लिखा कि क्या कारण है कि हमारे सम्मानित उपराष्ट्रपति के सम्मान में दिया भोज एक विदेशी मुल्क ने कैन्सल कर दिया? क्या कारण है कि कई देशों द्वारा हमारे राजदूतों को बुला एडवाईजरी जारी की जा रही है और राजदूत भाजपा प्रवक्ताओं को ” फ्रिंज तत्व” बता रहे हैं?
गौरतलब है कि उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू तीन देशों की यात्रा के सिलसिले में सबसे पहले शनिवार को कतर पहुंचे थे। एयरपोर्ट पर कतर के विदेश राज्य मंत्री सुल्तान बिन साद अल मुरैखी ने उनका स्वागत किया था। सुल्तान बिन साद अल मुरैखी ने ही भाजपा प्रवक्ता की पैगम्बर मोहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणियों के बाद रविवार को भारतीय दूत दीपक मित्तल को तलब किया था। उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने भी दोहा में अपनी निर्धारित प्रेस कॉन्फ्रेंस रद्द कर दी थी। बड़ी बात यह है कि इस बारे में कोई आधिकारिक सूचना भी जारी नहीं की गयी।