क्या ओमान में स्थित भारतीय दूतावास के लिए BJP ही भारत है?

मस्कट में स्थित भारतीय दूतावास के एक ईमेल पर विवाद, शिवसेना की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने उठाया सवाल।

मस्कट/ नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) भाजपा प्रवक्ता नुपूर शर्मा और दिल्ली BJP IT सेल के नवीन जिंदल की पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी के बाद सत्ताधारी भाजपा बैकफुट पर आ गई है। वहीं अरब देशों में तीखे विरोध के बाद भाजपा की ओर से जारी बयान लगातार विवादों में आता जा रहा है। अब ओमान में स्थित भारतीय दूतावास द्वारा स्थानीय मीडिया को ईमेल की गई एक प्रेस रिलीज के साथ लिखे वाक्य ने नया विवाद छेड़ दिया है।

शिवसेना की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने मस्कट में स्थित भारतीय दूतावास के एक ईमेल का स्क्रीनशॉट शेयर किया है। इसमें मस्कट में स्थित भारतीय दूतावास द्वारा ओमान के मीडिया संस्थानों को भारतीय जनता पार्टी द्वारा जारी प्रेस रिलीज भेजने का जिक्र है।

भारतीय दूतावास ने ईमेल के साथ लिखा है- Please find enclosed herewith a press release from India

यह प्रेस रिलीज़ भारतीय जनता पार्टी द्वारा जारी गई की गई थी जिसे भारतीय दूतावास ने इंग्लिश और अरेबिक भाषा में ओमान के मीडिया संस्थानों को भेजा था। बड़ी बात यह है कि भारतीय दूतावास ने प्रेस रिलीज के साथ कहीं भी भारतीय जनता पार्टी या भारत के राजनीतिक दाल जैसी शब्दावली का उपयोग नहीं किया है। इस ईमेल को लेकर सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने सवाल उठाए हैं।

उन्होंने विदेश मंत्रालय को सम्बोधित करते हुए लिखा कि ओमान में भारतीय दूतावास को यह सूचित किया जाए कि यह प्रेस रिलीज़ भारत की नहीं बल्कि भारत के एक सियासी दल की है जो अभी सत्ता में है। उन्होंने यह भी लिखा कि सभी भारतीयों उन अराजक तत्वों के रंग में न रंगा की जाए जो भारत के हितों के ख़िलाफ़ काम कर रहे हैं।

गौरतलब है कि भाजपा प्रवक्ता नुपूर शर्मा और BJP IT सेल के नवीन जिंदल की पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी का अरब देशों में जबर्दस्त विरोध हो रहा है। बयान पर मचे हंगामे के बाद बीजेपी ने नूपुर शर्मा को पार्टी से सस्पेंड कर दिया गया है वहीं दिल्ली बीजेपी के मीडिया प्रभारी नवीन जिंदल को पार्टी से निकाल दिया है। बीजेपी ने भी एक बयान जारी कर कहा है कि पार्टी सभी धर्मों का सम्मान करती है। पार्टी किसी भी धर्म से जुड़े व्यक्तित्व की आलोचना की कड़ी निंदा करती है।

इस पूरे मुद्दे पर भाजपा दोहरी मुश्किल में नज़र आ रही है। एक ओर भारत की अंतरराष्ट्रीय किरकिरी हो रही है और इस मुद्दे को लेकर विपक्ष भाजपा पर हमलावर है। वहीं नुपूर शर्मा और नवीन जिंदल पर एक्शन लेकर भाजपा अपने ही समर्थकों के निशाने पर आ गई है। भाजपा के समर्थक भी इस फैसले से खुश नहीं हैं। सोशल मीडिया पर भाजपा कार्यकर्ताओं और भाजपा के अनुषांगिक संगठनों से जुड़े लोगों ने भी नुपूर शर्मा और नवीन जिंदल का समर्थन किया है। वहीं इस कार्रवाई को भाजपा द्वारा अपनी विजय और सफलता के मुख्य आधार हिंदू धर्म के साथ छल भी बताया जा रहा है।

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