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IPL-रामायण देख होगा मरीज़ों का इलाज़, तैयार है MP का सबसे बड़ा कोविड सेंटर, देखिए VIDEO

इंदौर (जोशहोश डेस्क) कोरोना को मात देने मरीजों के लिए खंडवा रोड स्थित राधास्वामी सत्संग व्यास में देश का दूसरा और प्रदेश का सबसे बड़ा कोविड केयर सेंटर बनकर तैयार है। आज सुबह इसका ट्रायल भी शुरू कर दिया है, अगर इस ट्रायल में कोई कमी नहीं होती है तो तो आज शाम से आरआरटी टीम द्वारा मरीजों को भर्ती करना शुरू कर दिया जाएगा।

600 बिस्तर का मां अहिल्या कोविड केयर सेंटर तैयार हो चुका है। इसके लिए भी नियम बनाए गए हैं। इससे पहले बुधवार को डाक्टर और नर्स पहुंचे। उन्हें सेंटर में मरीजों के लिए बनाए गए चार ब्लॉक दिखाए गए और वहां जुटाई गई व्यवस्थाओं से रूबरू कराया गया।

होम आइसोलेट मरीज़ों को मिलेगी पनाह
गुरुवार को यहां होम आइसोलेशन वाले संक्रमित मरीजों को भर्ती किया जाएगा। जिन कोरोना पाजिटिव मरीजों को कोई लक्षण नहीं है, उन्हें डाक्टर अस्पताल में भर्ती करने के बजाय होम आइसोलेशन में रहने की सलाह देते हैं। राधा स्वामी सत्संग परिसर के कोविड केयर सेंटर में होम आइसोलेशन के ऐसे पाजिटिव मरीजों को ही रखा जाएगा, जिनके घर में पर्याप्त जगह और अलग शौचालय आदि की सुविधाएं नहीं हैं। शहर में कार्यरत स्वास्थ्य विभाग की आरआरटी ऐसे पाजिटिव लोगों को कोविड केयर सेंटर में भेजने की सलाह देगी, उन्हें यहां रखा जाएगा। कोविड केयर सेंटर में अधिक लक्षण वाले और गंभीर मरीजों को नहीं रखा जाएगा।

नाश्ते से लेकर मनोरंजन की व्यवस्था
यहां मनोरंजन के लिए लोगों के लिए रामायण, महाभारत जैसे सीरियल का प्रसारण भी एलईडी पर किया जाएगा। 10 बड़े एलईडी लगाए गए हैं। सत्संग के सेवादार रसोईघर और भोजन का इंतजाम संभालेंगे। भोजन के लिए एक ट्रांसफर स्टेशन बनाया गया है। सेवादार यहां बना हुआ भोजन रखते जाएंगे। दूसरी तरफ भोजन को मरीजों तक पहुंचाने के लिए दूसरी टीम रहेगी। यह टीम पीपीई किट में रहेगी। सेवादारों को मरीजों से दूर रखा जाएगा। मरीजों के लिए चाय, दूध और काढ़े के लिए यहां बड़े स्टोरेज टैंक लगाए गए हैं। इन टैंकों में नल लगे हुए हैं।

100 नर्स रखेगी कोविड मरीज़ों पर नज़र
करीब 100 नर्स, मेडिकल स्टाफ को प्रशिक्षित भी किया गया है।शहर के चार बड़े अस्पताल बॉम्बे हास्पिटल, अपोलो, मेदांता और चोइथराम अस्पताल द्वारा इन चारों ब्लॉकों की मॉनिटरिंग की जाएगी। हर हाॅस्पिटल को एक-एक ब्लाॅक की जिम्मेदारी दी गई है। इसमें ए सिम्टोमैटिक यानी कम लक्षण वाले मरीजों को भर्ती किया जाएगा।

ऑक्सीजन की व्यवस्था इस प्रकार होगी
यहां जनभागीदारी से करीब दो करोड़ से अधिक की लागत के दो ऑक्सीजन प्लांट तैयार किए जा रहे हैं। इनकी क्षमता 850 लीटर प्रति मिनट रहेगी। कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया, यह सेंटर सर्वसुविधाओं से परिपूर्ण रहेगा। उन्होंने बताया कि जिले के निजी चिकित्सालयों में डिमांड व सप्लाई के आधार पर रेमडेसिविर इंजेक्शन के उपयोग की मॉनिटरिंग की जा रही है। ​​​​​कलेक्टर द्वारा यहां मरीजों के ‍लिए सीएमएचओ को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।

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