पहली बार-डॉलर 82 रुपए के पार, क्या चिंता में मोदी सरकार?

शुक्रवार सुबह डॉलर के मुकाबले रुपया शुरुआती कारोबार में 16 पैसे गिरकर अब तक के सबसे निचले स्तर 82.33 पर आ गया है।

मुंबई (जोशहोश डेस्क) डॉलर पहली बार भारतीय रुपये के मुकाबले अब तक के सबसे निचले स्तर 82.33 रुपये पर आ गया है। शुक्रवार सुबह डॉलर के मुकाबले रुपया शुरुआती कारोबार में 16 पैसे गिरकर अब तक के सबसे निचले स्तर 82.33 पर आ गया है। पिछले सत्र में रुपया 81.88 पर बंद हुआ था।

रुपये में इस गिरावट का असर महंगाई के विकराल स्वरूप में सामने आने की आशंका है। रुपये में आई गिरावट से आयात महंगा होगा। देश में इलेक्ट्रिक सामान और मशीनरी समेत कई दवाओं का भारी मात्रा में आयात होता है, ऐसे में निश्चित ही खर्च बढ़ेगा।

रुपये में आई बड़ी गिरावट से केंद्र की मोदी सरकार विपक्ष के साथ सोशल मीडिया के निशाने पर आ गई है। कांग्रेस ने रुपए की गिरावट को लेकर पीएम मोदी
के 2014 से पहले दिए बयानों को याद दिलाते हुए कटाक्ष किया है-

रुपये की गिरावट पर इस तरह की प्रतिक्रियाएं भी सामने आ रही हैं-

डॉलर के मजबूत होने और रुपये में गिरावट की वजह से खाद्य तेलों के दाम घरेलू बाजार में बढ़ सकते हैं। क्योंकि, भारत खाद्य तेल का 60 फीसद आयात करता है। इसकी खरीद डॉलर में होती है। साथ ही पेट्रोल- डीज़ल के दाम पर भी इसका असर दिखाई देने की आशंका है। भारत 80 फीसद कच्चा तेल आयात करता है और इसके लिए डॉलर में पेमेंट करना पड़ता है। डॉलर महंगा होगा तो कच्चा तेल भी महंगा पड़ेगा। इससे पेट्रोल-डीजल की कीमत बढ़ेगी और ऐसे में रुपये के कमजोर होने से रसोई से लेकर घर में उपयोग होने वाले रोजमर्रा के सामान के दाम बढ़ सकते हैं।

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