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ICHR का पोस्टर विवादों में, क्या नेहरू की फ़ोटो हटाने से खुद का क़द बढ़ जाएगा ?

भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद का पोस्टर विवादों में, सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया।

नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) आजादी के अमृत महोत्सव को लेकर भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद (ICHR ) का पोस्टर विवादों में आ गया है। इसमें भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की तस्वीर न होने को लेकर आईसीएचआर की जमकर आलोचना हो रही है। पोस्टर में विनायक दामोदर सावरकर की तस्वीर को जगह दिए जाने पर भी सोशल मीडिया में नाराजगी देखी जा रही है और आईसीएचआर पर सवाल उठाये जा रहे हैं।

आज़ादी के 75 वर्षों के उपलक्ष्य में मनाये जा रहे आज़ादी के अमृत महोत्सव पर आधारित भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद (ICHR ) के इस पोस्टर में महात्मा गांधी, सरदार वल्ल्भ भाई पटेल, डाॅ भीमराव अंबेडकर, मदन मोहन मालवीय, सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह के अलावा विनायक दामोदर सावरकर का भी चित्र है। इसमें देश के पहले राष्ट्रपति बाबू राजेंद्र प्रसाद की तस्वीर तो है लेकिन देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की तस्वीर को इस पोस्टर में जगह नहीं दी गई है।

पोस्टर में जवाहर लाल नेहरू की तस्वीर न होने पर सोशल मीडिया में तीखी प्रतिक्रिया दिखाई दे रही है-

गौरतलब है कि भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत एक स्वायत्त निकाय है। इसकी स्थापना भारत सरकार द्वारा 27 मार्च 1972 को की गई थी। भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद का लक्ष्य और उद्देश्य इतिहास के क्षेत्र में शोध को उचित दिशा देना और वस्तुपरक एवं वैज्ञानिक इतिहास लेखन को बढ़ावा देना है लेकिन आजादी के अमृत महोत्सव के पोस्टर को इसके लक्ष्य और उद्देश्य से खिलवाड़ माना जा रहा है।

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