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प्रहलाद पटेल की भी पत्नी, ड्राइवर-कुक समेत जासूसी, दिग्विजय बता चुके CM पद का दावेदार

प्रहलाद पटेल का नाम जासूसी की लिस्ट में आने से मध्यप्रदेश की राजनीति में हड़कंप है।

नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) पैगासस स्पायवेयर द्वारा जिन 300 लोगों की जासूसी का दावा किया जा रहा है उनमें मध्यप्रदेश के कद्दावर नेता और केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल का भी नाम है। बड़ी बात यह है कि न केवल प्रहलाद पटेल बल्कि उनकी पत्नी ड्राइवर और कुक तक के फ़ोन नंबर भी भारत के उन 300 प्रमाणित नंबरों की सूची में शामिल हैं, जिनकी निगरानी करने के लिए इजराइल के एनएसओ ग्रुप के एक भारतीय क्लाइंट द्वारा पेगासस स्पायवेयर का इस्तेमाल करने की योजना बनाई गई थी। यह दावा ‘द वायर’ पोर्टल ने अपनी नई रिपोर्ट में किया है।

प्रहलाद पटेल का नाम जासूसी की लिस्ट में आने से मध्यप्रदेश की राजनीति में हड़कंप है। इसे भारतीय जनता पार्टी की अंदरूनी राजनीति से जोड़कर भी देखा जा रहा है। कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्जिवय सिंह ने सोमवार को ही ट्वीट कर कहा है कि शिवराज का जाना तय है और अगले मुख्यमंत्री के लिए प्रहलाद पटेल और वीडी शर्मा ही दावेदार बचे हैं।

‘द वायर’ की रिपोर्ट के मुताबिक साल 2019 में न सिर्फ प्रहलाद सिंह पटेल बल्कि उनके 15 खास लोगों के नंबर सर्विलांस के निशाने पर थे। इनमें पटेल के निजी सहायक आलोक मोहन नायक, राजकुमार सिंह के अलावा उनके मीडिया एडवाइजर आदित्य जाचक का नंबर भी शामिल हैं। यहां तक कि दमोह के भमौरी गांव के सरपंच देवीदीन जो पटेल के बेहद खास थे उनका नंबर भी लिस्ट में है।

प्रहलाद सिंह पटेल को पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती का कटृटर समर्थक माना जाता है। यहां तक कि उमा भारती ने भारतीय जनता पार्टी को छोड़ा तो प्रहलाद पटेल भी उनके साथ हो लिए थे। पटेल की 2009 में भाजपा में वापसी हुई थी। संघ परिवार से जुड़े पटेल इससे पहले अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में भी कोल मंत्री रह चुके थे।

मध्यप्रदेश की राजनीति में प्रहलाद पटेल को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विरोधी खेमे का माना जाता है। हाल ही में दमोह उपचुनाव के बाद प्रहलाद पटेल ने नतीजे आने से पहले ही कांग्रेस के उम्मीदवार को बधाई दे पार्टी संगठन पर अप्रत्यक्ष रूप से सवाल खड़े कर दिए थे। पटेल उपचुनाव की हार पर जयंत मलैया के खिलाफ कार्रवाई के पक्ष में बताए जा रहे थे।

प्रहलाद पटेल का नाम इस लिस्ट में आने पर सोशल मीडिया में प्रतिक्रियाएं भी सामने आने लगी हैं-

‘द वायर’ की नई रिपोर्ट में प्रहलाद सिंह पटेल के अलावा हाल ही में संचार मंत्री बनाये गए अश्विनी वैष्णव, राजस्थान की मुख्यमंत्री रहने के दौरान वसुंधरा राजे सिंधिया के निजी सहायक रहे संजय काचरू का भी नाम सूची में शामिल है। संजय काचरू मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में मंत्री स्मृति ईरानी के भी ओएसडी थे। इनके अलावा विश्व हिन्दू परिषद् के फायर ब्रांड नेता रहे प्रवीण तोगड़िया का नाम भी इस लिस्ट शामिल है। तोगड़िया को नरेंद्र मोदी का विरोधी माना जाता था।

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