200 पायलट की जान ले चुका मिग-21, कब बेड़े से हटेगा ‘उड़ता ताबूत’

राजस्थान के बाड़मेर में मिग-21 विमान क्रैश, दोनों पायलट की मौत, फिर सवालों के घेरे मिग-21

नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) राजस्थान के बाड़मेर में मिग 21 विमान क्रैश होने से दोनों पायलट की मौत गई। मिग 21 विमान क्रैश की वजहों का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दिए गए हैं लेकिन हादसे के बाद एक बार फिर मिग-21 सवालों के घेरे में है।

हादसा बाड़मेर के भीमड़ा गांव में हुआ। बताया जा रहा है कि करीब आधा किलोमीटर एरिया में मलबा फैल गया। हादसे के बाद भाजपा सांसद वरुण गांधी ने बड़ा सवाल उठाया है। उन्होंने लिखा कि-

कल बाड़मेर में हुई घटना से पूरा देश स्तब्ध व शोकाकुल है! कुछ वर्षों से MiG-21 लगातार हादसों का शिकार हो रहा है। यह अकेला लगभग 200 पायलटों की जान ले चुका है। आखिर यह ‘उड़ता ताबूत’ कब हमारे बेड़े से हटेगा? देश की संसद को सोचना होगा, क्या हम अपने बच्चों को यह विमान उड़ाने देंगे?

पूर्व विंग कमाण्डर अनुमा आचार्य ने भी हादसे पर सवाल उठाया। उन्होंने लिखा क़ि बीते 8 सालों में MiG-21 को रिप्लेस क्यों नहीं किया जा सका? वायु सेना को 120 से ज़्यादा फ़ाइटर एयरक्राफ़्ट्स की ज़रूरत थी, सिर्फ़ 36 राफ़ेल ख़रीद कर उनकी मार्केटिंग कर गयी सरकार! अगले एयरक्राफ़्ट orders किस स्टेज पर हैं?

बाड़मेर में हादसा शुक्रवार रात हुआ था। भारतीय वायुसेना का मिग-21 ट्रेनर विमान राजस्थान के उतरलाई हवाई अड्डे से प्रशिक्षण उड़ान के लिए रवाना हुआ था। विमान के क्रैश होने के बाद आग लग गई। विमान क्रैश होने से दोनों पायलट की मौत हो गई है। एक पालयट का शव पूरी तरह से जल गया है जबकि दूसरे पालयट का शव कई टुकड़ों में बंट गया है। भारतीय वायुसेना ने हादसे पर अफसोस जताया है और कहा है कि पूरा एयरफोर्स परिवार शोक संतप्त परिवारों के साथ मजबूती से खड़ा है।

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