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नागपुर से दिल्ली पैदल मार्च का 1 महीना पूरा, इनके कठोर तप की सीमा क्या है?

दतिया से सीतापुर निकला काफिला. अब तक किसी भी स्तर पर नहीं मिला कोई आश्वासन

दतिया (जोशहोश डेस्क) कर्मचारी चयन आयोग (SSC) की पैरामिलिट्री फोर्स की जनरल ड्यूटी 2018 (SSC GD 2018) की भर्ती के लिए परीक्षा पास कर बाकी प्रक्रिया पूरी कर चुके युवा 3 सालों से नियुक्ति का इंतज़ार कर रहे हैं। नियुक्ति की आस में युवा पैदल ही नागपुर से दिल्ली के लिए निकले हैं। इनके पैदल मार्च को अब एक महीना पूरा हो गया लेकिन अब तक इन्हे किसी भी स्तर पर कोई आश्वासन नहीं मिला है।

अभ्यर्थियों के नागपुर से दिल्ली पैदल मार्च का शुक्रवार को 31वां दिन है। शुक्रवार को अभ्यर्थियों का यह काफिला दतिया से सीतापुर के लिए निकला। तमाम कठिनाइयों के बावजूद दिल्ली की तरफ बढ़ रहे ये अभ्यर्थी आज 15 किलोमीटर का सफर पैदल तय करेंगे।

बड़ी बात यह है कि भीषण गर्मी झेलने के बाद अभ्यर्थी अब बारिश की मार भी सह रहे हैं। अभ्यर्थियों की तबियत खराब हो रही है और कई युवा बेहोश होकर अस्पताल में भर्ती तक हो चुके हैं। इसके बाद भी युवा रुकने को तैयार नहीं हैं और नियुक्ति के लिए हाथ में तिरंगा लिए और भारत माता के जय का उद्घोष कर दिल्ली के लिए बढ़े जा रहे हैं।

सोशल मीडिया पर भी इन अभ्यर्थियों के लिए आवाज उठाई जा रही है। साथ ही यह सवाल उठाया जा रहा है कि इन अभ्यर्थियों के कठोर तप की आखिर सीमा क्या होगी?

अभ्यर्थियों के मुताबिक मेडिकल में फिट होने के बावजूद उनकी नियुक्ति (#SSCGD2018) नहीं की गई। नियुक्ति के लिए अभ्यर्थी नागपुर में धरना-प्रदर्शन, भूख हड़ताल और आमरण अनशन तक कर चुके हैं। अब निराश होकर ये अभ्यर्थी दिल्ली की ओर पैदल ही चल चुके हैं।

साल 2018 में अर्धसैनिक बलों में सैनिकों की नियुक्ति के लिए भर्ती (SSC GD 2018) निकाली गई थी। अभ्यर्थियों ने इसकी परीक्षा के मेडिकल भी पास कर लिया। अब इन प्रक्रियाओं को पूरा हुए भी करीब तीन सालों का समय बीत चुका है लेकिन अभी तक इन अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं मिली है।

डीएनएइंडियाकॉम (https://www.dnaindia.com/hindi) की रिपोर्ट के मुताबिक SSC ने 21 मई 2018 को पैरामिलिट्री फोर्सेज में कॉन्स्टेबल पद के लिए भर्ती निकाली थी। पैरामिलिट्री में CRPF, BSF, CISF, NIA और असम राइफल्स आते हैं। शुरुआत में पदों की संख्या 54 हजार थी जिसे बाद में बढ़ाकर 60,210 कर दिया गया था। इन पदों के लिए 52,20,335 लोगों ने फॉर्म भरे थे। फरवरी 2019 में हुई परीक्षा में 30,41,284 परीक्षार्थी बैठे। लिखित में पास होने वाले कुल 5,54,903 अभ्यर्थियों का फिजिकल अगस्त 2019 में हुआ था। इसमें से 3,83,860 अभ्यर्थी फिजिकल में शामिल हुए। फिजिकल में कुल 1,75,370 अभ्यर्थी पास हुए। जनवरी 2020 में इन अभ्यर्थियों को मेडिकल के लिए बुलाया गया। इसमें से 109000 अभ्यर्थी पास हुए। यह से समस्या आ गई, क्योंकि पदों की संख्या 60,210 ही थी। 49 हजार अभ्यर्थी अतिरिक्त होने की वजह से भर्ती रोक दी गई। मामले के तूल पकड़ने के बाद 21 जुलाई 2020 को SSC ने 55,912 अभ्यर्थियों को नियुक्ति दे दी। नियुक्ति देने के लिए SSC ने कटऑफ में बदलाव किया और तय सीटों की संख्या में से 4,298 सीटें घटा दीं। जिससे विवाद शुरू हुआ। जुलाई 2020 के बाद से अभी तक SSC GD के इन अभ्यर्थियों का प्रदर्शन जारी है। अब ये अभ्यर्थी पैदल ही नागपुर से दिल्ली की ओर चल पड़े हैं।

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