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Life Style: स्‍मार्ट वर्क करना चाहते हैं, जानिए कैसे करें टाइम मैनेज?

हम अक्‍सर अपने रूटीन में इतने इन्‍वॉल्‍व हो जाते हैं कि रिश्‍ते, दोस्‍त, हॉबी और हमें छोटी-छोटी खुशियां देने वाली चीजों को हम टाल जाते हैं या फिर उनके बीच होते हुए भी विचारों से कहीं ओर खोए हुए रहते हैं। हमें लगता है कि हम बहुत बिजी हैं और हमारे पास बिलकुल भी टाइम नहीं हैं… लेकिन अगर गहराई से सोचें तो सोशल मीडिया, राजनीतिक चर्चा, केवल विचारों में खोए रहने और गैर जरूरी प्‍लानिंग में हम दिन का काफी समय खत्‍म कर देते हैं। ऐसे में जरूरी चीजों के लिए यह कहना कि ‘मैं बिजी हूं’ और ‘टाइम नहीं हैं’ दुनिया के सबसे खतरनाक शब्‍द हैं, जो हमें कमजोर और दूसरों से दूर कर देते हैं। अगर आप स्‍मार्ट वर्क करना चाहते हैं तो चलिए जानते हैं कि टाइम को कैसे मैनेज करें।

टाइम मैंनेजमेंट को जानने के लिए हमें सबसे पहले टाइम के व्‍यवहार को जानना होगा। टाइम यानी समय को लेकर हम सबके विचार अलग-अलग होते हैं। कोई किसी की प्रतीक्षा कर रहा होता है तो उसे एक पल एक दिन के समान लगता है, कोई कहीं जाने के लिए लेट हो रहा होता है तो उसे लगता है कि समय दौड़ रहा है। प्रसन्‍नता में समय तेजी से निकल जाता है तो निराशा में समय ठहर सा जाता है। किसी के साथ समय का पता नहीं लगता तो किसी के साथ समय काटे नहीं कटता। यह हम सबके साथ होता है लेकिन क्‍या यही वास्‍तविकता है…नहीं क्‍योंकि समय तो अपनी गति से चलता है बस उसका आभास हमारी मानसिकता के साथ बदलता रहता है। तो ऐसे में समय का सही संचालन करने के लिए हमें उसके साथ तालमेल बैठाना होगा।

ऐसे बैठाएं अपने समय के साथ तालमेल

  • किसी भी काम को करने के लिए एक प्‍लानिंग जरूरी है, इसी तरह हमें अपने समय के साथ तालमेल बैठाने के लिए भी प्‍लानिंग करना पड़ेगी।
  • सबसे पहले एक टाइम टेबल बनाएं जिसमें केवल जरूरी कायों के लिए समय आरक्षित करें। हर एक-दो काम के बाद मार्जिन टाइम या फ्री टाइम रखें, जिससे रूटीन बिगड़े नहीं।
  • शायद आप सोच रहे होंगे कि हम कई बार टाइम टेबल बनाते हैं लेकिन कभी इस पर चल नहीं पाते तो मैं आपको बता दूं कि इसका एक कारण तो यह है कि हम टाइम टेबल को बहुत ज्‍यादा टाइड शेड्यूल कर लेते हैं जिससे किसी भी काम में समय लगने पर दूसरे काम छूटने लगते हैं, दूसरा कारण हम मार्जिन टाइम या फ्री टाइम का ध्‍यान नहीं रखते और तीसरा की टाइम टेबल बनाने के बाद हम खुद ही अपने आप से कहने लगते हैं कि शायद हम इस पर चल नहीं पाएंगे। ऐसे में हम टाइम टेबल के साथ असफल हो जाते हैं।
  • मार्जिन व फ्री टाइम के साथ बनाए गए टाइम टेबल का चार्ट अपने फोन में रखिए और इसकी एक हार्ड कॉपी टेबल या दीवार पर लगा दीजिए, इससे जब आप गैर जरूरी प्‍लानिंग या अन्‍य कार्यों में टाइम वेस्‍ट कर रहे होंगे तो यह आपको आपके जरूरी काम याद दिला देगा।
  • सप्‍ताह में केवल छह दिन का टाइम टेबल बनाएं, एक दिन बिना प्‍लानिंग के मस्‍ती में जियें, खुशियों को जीने की कोशिश करें, अपने छूटे हुए कामों को पूरा करें और अपने पसंदीदा लोगों से मिलें या बात करें।
  • हम दिन का अधिकांश समय केवल सोचने में वेस्‍ट करते हैं तो हर थोड़ी देर में विचारों को पॉज करें और माइंड से प्रश्‍न पूछें कि इस समय मेरे लिए सबसे जरूरी क्‍या है, जैसे ही प्रश्‍न पूछेंगे गैरजरूरी विचार खत्‍म हो जाएंगे और जो जवाब मिलेगा उस काम को शुरू कर दें।
  • किसी भी काम को करने से पहले फोकस की प्रैक्टिस करें, इसके लिए पहले आसान चीजें करो, ध्‍यान से गाने सुनों, ध्‍यान से दोस्‍तों से बात करो, ध्‍यान से खाना खाओ फिर जैसे ही इन चीजों में ध्‍यान लगने लगे तो ध्‍यान से सोचो कि आपको स्‍वयं के लिए क्‍या करना है। अपने लक्ष्‍य पर फोकस कैसे लगाना है।
  • अपने जीवन को भारी मत कीजिए बल्‍कि हल्‍का रखिए, एक दिन में आपकी लाईफ नहीं बदलेगी। धीरे-धीरे जितना सुधार हो सके उसे महसूस कीजिए और उस पर संतुष्‍टी जताईये।
  • जीवन में समस्‍याएं आएंगी, खुद से कहिए मेरे जीवन में लगातार समस्‍याएं आएंगी और आती रहेंगी लेकिन मुझे इनसे संघर्ष करके आगे बढ़ना है।
  • यह कभी मत कीजिए – आप किसी दूसरे को बदल नहीं सकते इसलिए इसका प्रयास न करें, जब तक दूसरों को दिखाने के लिए कुछ करते रहोगे कभी अंदर से खुशी नहीं मिलेगी और सफलता हमारे हाथ में नहीं है इसलिए सफल होने के लिए नहीं काबिल बनने के लिए मेहतन करें।
  • यह हमेशा कीजिए – अपने आप के लिए 100 परसेंट दें और खुद को लगातार बेहतर बनाएं, किसी जगह उतना ही समय दें जितना आपका वहां होना जरूरी है और खुद की संतुष्टि के लिए काम करें, दिखावे के लिए नहीं।
  • अगर कोई गलती हो गई है या काम किसी काम में पिछड़ गए हैं तो याद रखें दुनिया में ऐसा कोई कार्य नहीं जो सुधारा या बेहतर नहीं किया जा सकता।
  • अगर आप इन बिंदुओं पर ध्‍यान देंगे तो आप पाएंगे कि धीरे-धीरे स्‍मार्ट वर्क के साथ टाइम को मैनेज कर पाएंगे, आपका समय व्‍यवस्थित होने लगेगा, आप कम टेंशन में होंगे, आप अपने पसंद की लाइफ स्‍टाइल जी पाएंगे।

(लेखक सुमित अवस्थी पत्रकार-सोशल वर्कर हैं। उनके ब्लॉग पर जाने के लिए यहाँ क्लिक करें )

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