न्यू इंडिया का मीडिया: संसद में ब्लैक प्रोस्टेट, चैनलों पर गैंगस्टर अतीक की लघुशंका

मीडिया की वर्तमान दौर में भूमिका को लेकर लगातार उठ रहे सवाल

नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहे जाने वाला मीडिया की वर्तमान दौर में भूमिका को लेकर लगातार सवाल उठ रहे हैं। यह सवाल एक बार उस समय और गहरा गए जब सोमवार को संसद में विपक्षी दल एकजुट हो सरकार पर तानाशाही का आरोप लगा प्रदर्शन कर रहे थे। वहीं दूसरी ओर नेशनल मीडिया में गैंगस्टर अतीक अहमद की जेल शिफ्टिंग का लाइव कवरेज चलता रहा।

सोमवार को संसद में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द होने का विपक्ष ने ब्लैक ड्रेस पहन विरोध किया है। संसद के अंदर ‘ब्लैक ड्रेस प्रोटेस्ट’ के तहत ज्यादातर सांसद ब्लैक ड्रेस में दिखाई दिए। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सभी विपक्षी सांसद काले कपड़े पहनकर सदन पहुंचे। साथ ही अडानी महाघोटाले और मोदी सरकार की तानाशाही के खिलाफ संयुक्त विपक्ष ने संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन किया।

दूसरी ओर माफिया से नेता बने अतीक अहमद को अहमदाबाद की साबरमती जेल से यूपी ले जाया जा रहा है। यूपी कोर्ट के आदेश के मुताबिक अपहरण के एक मामले में फैसला 28 मार्च को सुनाया जाएगा। पुलिस जब अतीक अहमद को लेकर गुजरात से निकली तो नेशनल मीडिया में उसके सफर का लाइव कवरेज शुरू हो गया। यहाँ तक कि अतीक को रास्ते में लघुशंका तक करने को लाइव दिखाया गया।

एक गैंगस्टर को लेकर इस तरह के कवरेज को लेकर सोशल मीडिया में तीखी प्रतिक्रिया भी दिखी-

अतीक अहमद को मिले कवरेज में 17 विपक्षी दलों का प्रदर्शन साफ़ तौर पर नज़रअंदाज़ किया गया। वहीं विपक्ष राहुल गांधी के मुद्दे पर एकजुटता नज़र आया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने लोकतंत्र और राहुल के समर्थन में साथ आने के लिए अन्य विपक्षी दलों का आभार माना। उन्होंने कहा कि मैं सभी पार्टियों के नेताओं का शुक्रिया अदा करता हूं, जिन्होंने कमजोर होते लोकतंत्र और राहुल जी को डिसक्वालीफाई किए जाने के विरोध में हमारा समर्थन किया। साथ ही काले कपड़ों में प्रदर्शन पर उन्होंने कहा कि हम काले कपड़ों में आकर हम दिखाना चाहते हैं कि PM मोदी लोकतंत्र को खत्म कर रहे हैं। पहले स्वायत्त निकायों का खात्मा फिर चुनाव जीतने वालों को डराकर सरकार बना ली। जो नहीं झुके उनपर ED-CBI का इस्तेमाल किया।

Exit mobile version