संयोग या प्रयोग: जिस राज्य में BJP की हार, वहीं के IPS को CBI की कमान?

कर्नाटक के DGP प्रवीण सूद को CBI चीफ बनाये पर आ रही दिलचस्प प्रतिक्रियाएं

नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) कर्नाटक के पुलिस महानिदेशक प्रवीण सूद को हाल ही में सीबीआई का निदेशक बनाया गया है। प्रवीण सूद अब सुबोध कुमार जायसवाल के स्थान पर CBI की कमान संभालेंगे। वहीं प्रवीण सूद के CBI चीफ बनाये जाने को सोशल मीडिया में कर्नाटक में भाजपा की करारी हार से जोड़कर दिलचस्प प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।

कर्नाटक के मौजूदा पुलिस महानिदेशक (DGP) प्रवीण सूद 25 मई को वर्तमान सीबीआई प्रमुख सुबोध कुमार जायसवाल का कार्यकाल पूरा होने के बाद कार्यभार संभालेंगे। डीजीपी प्रवीण सूद 1986 बैच के कर्नाटक कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं। डीजीपी प्रवीण सूद का कर्नाटक में कार्यकाल विवादित भी रहा है।

प्रवीण सूद के CBI चीफ बनाये जाने को लेकर सोशल मीडिया में दिलचस्प तथ्य वायरल हो रहा है। इसमें यह कहा जा रहा है कि इसे संयोग कहा जाय या प्रयोग कि जिस राज्य में भाजपा चुनाव में हारती है वहीं के आईपीएस अधिकारी को सीबीआई की कमान दी जाती है। इसके लिए महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश का उदाहरण भी दिया जा रहा है।

हाल ही में कर्नाटक में भाजपा को करारी हार करना पड़ा है। इससे पहले कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने DGP प्रवीण सूद पर राज्य में बीजेपी सरकार को प्रोटेक्शन देने का आरोप भी लगाया था। डीके शिवकुमार ने तो DGP प्रवीण सूद की गिरफ्तारी की मांग तक करते हुए कहा था कि वे कांग्रेस नेताओं के खिलाफ मामले दर्ज कर रहे हैं।

गौरतलब है कि ‘द हिंदू’ की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, चीफ जस्टिस डी.वाई. चंद्रचूड़ और लोकसभा में विपक्ष (कांग्रेस) के नेता अधीर रंजन चौधरी के तीन सदस्यीय पैनल ने शनिवार को उनके नाम पर सहमति की मुहर लगा दी थी। रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि चौधरी ने सूद के नाम पर ‘असहमति नोट’ दर्ज किया था। चौधरी का कहना था कि प्रवीण सूद का नाम अफ़सरों के उस पैनल में शामिल नहीं था, जिनके नाम सीबीआई निदेशक पद शॉर्टलिस्ट किए गए थे।

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