झारखंड में सियासी सरगर्मी, CM हेमंत सोरेन की कुर्सी खतरे में?

विधायक सरयू राय के अनुसार निर्वाचन आयोग ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को विधायक पद से अयोग्य करार दिया है।

दीपक हेतमसरिया (जोशहोश, रांची) झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की कुर्सी दांव पर लगती नजर आ रही है। पत्थर खनन का लीज अपने नाम आवंटित करने का आरोप लगाते हुए भाजपा ने हेमंत सोरेन के खिलाफ ‘ऑफिस ऑफ प्रॉफिट’ से जुड़े नियमों के उल्लंघन की शिकायत की थी। इस मामले की जांच केंद्रीय निर्वाचन आयोग कर रहा था। चर्चा है कि आयोग ने झारखंड के राज्यपाल के पास अपनी अनुशंसा भेज दी है। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे के एक ट्वीट ने झारखंड में राजनीतिक उलटफेर की चर्चा को तेज कर दिया है।

इस बीच पूर्व मंत्री एवं विधायक सरयू राय ने भी ट्वीट करके इस दावे को चर्चा में ला दिया है। सरयू राय के अनुसार निर्वाचन आयोग ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को विधायक पद से अयोग्य करार दिया है।

विधायक बनने के लिये अयोग्य घोषित होने की अधिसूचना राज भवन से निकलते ही उन्हें त्यागपत्र देना होगा या माननीय न्यायालय से इस अधिसूचना पर स्थगन आदेश प्राप्त करना होगा। सरयू राय के अनुसार निर्वाचन आयोग ने झारखंड के राज्यपाल के पास अपनी अनुशंसा भेज दी है। वह भ्रष्ट आचरण के दोषी पाये गये हैं। फलतः विधायक नहीं रह सकते। हेमंत सोरेन को अगले तीन वर्षों तक विधायक का चुनाव लड़ने से अयोग्य करार दिया जा सकता है।

चर्चा है कि निर्वाचन आयोग द्वारा अयोग्य घोषित किये जाने की स्थिति में अगर हेमंत सोरेन को पद से त्यागपत्र देने की नौबत आई, तो गुरुजी शिबू सोरेन को पुनः झारखंड का मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।

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