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कॉमेडियन वीर दास के बोल पर बवाल, देश का बेबाक सच या अपमान?

विवादों में कॉमेडियन वीरदास का वीडियो। बंटा सोशल मीडिया, पुलिस में शिकायत।

नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) कॉमेडियन वीरदास की एक कविता पर विवादों में आ गई है। इस कविता को लेकर एक ओर वीरदास का समर्थन किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई जा रहीं हैं। एक वर्ग वीर दास की कविता को देश का बेबाक सच बता रहा है तो दूसरा वर्ग इसे विदेशी धरती पर देश का अपमान बता कार्रवाई की मांग कर रहा है।

दरअसल वीरदास ने सोमवार को अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो शेयर किया। यह वीडियो वॉशिंगटन डीसी के जॉन एफ़ कैनेडी सेंटर में हुए उनके एक शो का है। इसमें वीर दास ने एक कविता पढ़ी। ये कविता का शीर्षक ‘टू इंडियाज’ था। थी।

इसमें वीर दास कहते नज़रआ रहे ही कि

मैं एक उस भारत से आता हूँ, जहाँ बच्चे एक दूसरे का हाथ भी मास्क पहन कर पकड़ते हैं, लेकिन नेता बिना मास्क एक-दूसरे को गले लगाते हैं। मैं उस भारत से आता हूँ, जहाँ एक्यूआई 9000 है लेकिन हम फ़िर भी अपनी छतों पर लेटकर रात में तारे देखते हैं। मैं उस भारत से आता हूँ, जहाँ हम दिन में औरतों की पूजा करते हैं और रात में उनका गैंगरेप हो जाता है।

वीर दस की कविता भारत की दो तस्वीरों के साथ ही आगे बढ़ती है लेकिन वीर दास की इस कविता पर सोशल मीडिया में अलग अलग प्रतिक्रियाएं सामने आईं। कई यूजर्स देश की दो छवियों को बेबाकी से कहने पर वीर दास की तारीफ़ कर रहे हैं तो कुछ यूजर्स उन पर भारत की छवि वैश्विक स्तर पर ख़राब करने का आरोप लगाते हुए जमकर आलोचना कर रहे हैं।

वीर दास के इस वीडियो का जहाँ कांग्रेस के शशि थरूर ने समर्थन किया वही अभिषेक मनु सिंघवी ने विरोध-

वहीं विवाद को बढ़ता देख वीर दास ने सोशल मीडिया पर पत्र जारी कर सफाई भी दी है। उन्होंने अपनी सफाई में कहा है कि उनका इरादा देश का अपमान करने का नहीं था बल्कि वो वीडियो में लोगों की सोच को लेकर बात कर रहे हैं-

वीर दास ने अपने बयान में कहा कि एक ही विषय के बारे में दो अलग विचार रखने वाले लोगों के बारे में वीडियो में बात हो रही है और ये किसी तरह का कोई रहस्य नहीं है जिसे लोग जानते नहीं है। उनका इरादा यह याद दिलाने का था कि देश अपने तमाम मुद्दों के बाद भी ‘महान’ है। उन्होंने आगे कहा कि लोग भारत को एक उम्मीद के साथ देखते हैं। नफरत के साथ नहीं। लोग भारत के लिए तालियां बजाते हैं इज्जत देते हैं और मुझे अपने देश पर गर्व है। मैं इस गर्व के साथ जीता हूं।

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