कमलरत्न अन्ना हजारे: नींद से जगे, जम्हाई ली और फिर सो गए

केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में अन्ना शनिवार से आमरण अनशन करने वाले थे। इस अनशन को अन्ना हजारे ने टाल दिया है।

भोपाल (जोशहोश डेस्क) सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे (Anna Hazare) सोशल मीडिया पर एक बार फिर सुर्ख़ियों में हैं। केंद्र सरकार के कृषि कानूनों के विरोध में अन्ना शनिवार से आमरण अनशन करने वाले थे। इस अनशन को अन्ना हजारे (Anna Hazare) ने टाल दिया है।अन्ना हजारे ने शुक्रवार को इसकी घोषणा भाजपा नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में की।

अन्ना के इस फैसले पर सोशल मीडिया में जमकर प्रतिक्रयायें आ रही हैं। जर्नलिस्ट वीर संघवी ने अन्ना हजारे के अनशन टाल देने पर लिखा

कार्टूनिस्ट कीर्तिश भट्ट ने तंज किया

पत्रकार माधवन नारायण ने अन्ना के इस कदम को दलाल स्टीट से जोड़ते हुए लिखा

पत्रकार मनीष दीक्षित ने कुछ इस तरह चुटकी ली

वहीं भाजपा के राज्यसभा सांसद विनय सहत्रबुद्धे ने अन्ना के कदम का स्वागत किया

गौरतलब है कि इस महीने की शुरुआत में अन्ना हजारे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर कहा था कि जनवरी के अंत में अंतिम भूख हड़ताल शुरू करेंगे। भूख हड़ताल को टालते हुए अन्ना ने कहा कि मैं लंबे समय से कई मुद्दों पर आंदोलन कर चुका हूं। शांतिपूर्वक प्रदर्शन करना कोई अपराध नहीं है। मैं तीन साल से किसानों के मुद्दे उठा रहा हूं। वह आत्महत्या करते हैं क्योंकि उन्हें उनकी उपज की सही कीमत नहीं मिलती।

केंद्र सरकार ने न्यूनतन समर्थन मूल्य (एमएसपी) को 50 फीसदी तक बढ़ाने का फैसला किया है। मुझे इस संबंध में पत्र मिला है। अब जबकि केंद्र सरकार ने मेरे उठाए 15 मुद्दों पर पर काम करने का फैसला कर लिया है। तो ऐसे में मैंने अनशन रद्द करने का फैसला किया है।

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