National

‘कायर जनता पार्टी’ के नुपूर-नवीन का यूक्रेन सा हो गया हाल

भाजपा के कोर समर्थकों को रास नहीं आ रही नुपूर शर्मा और नवीन जिंदल पर कार्रवाई, सोशल मीडिया पर तीखा रिएक्शन

नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) भाजपा प्रवक्ता नुपूर शर्मा और BJP IT सेल के नवीन जिंदल की पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी से देश की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर किरकिरी हो रही है। वहीं नुपूर शर्मा और नवीन जिंदल पर भाजपा का एक्शन भाजपा के कोर समर्थकों रास नहीं आ रहा है। सोशल मीडिया में नूपुर के समर्थन में अभियान चलाया जा रहा है वहीं भाजपा को कायर जनता पार्टी तक कहा जा रहा है।

सोशल मीडिया पर नुपूर शर्मा और नवीन जिंदल को लेकर दिलचस्प प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। इन वाट्सअप पर एक वायरल मैसेज में नुपूर शर्मा और नवीन जिंदल की तुलना उक्रेन से की जा रही है। जिसमें दोनों की स्थिति बिल्कुल यूक्रेन जैसी बताई जा है। जैसे कि, यूक्रेन को नाटो ने उलझा कर छोड़ दिया और अमेरिका ने अधर में लटका दिया,,,। ठीक उसी तरह नुपुर शर्मा और नवीन जिंदल को बीजेपी ने उलझा कर छोड़ दिया और वीएचपी ने अधर में लटका दिया।

वहीं नुपुर शर्मा और नवीन जिंदल के समर्थन में सोशल मीडिया पर चले रहे अभियान में भाजपा को कायर जनता पार्टी तक कहा जा रहा है

इस पूरे मुद्दे पर भाजपा दोहरी मुश्किल में नज़र आ रही है। एक ओर भारत की अंतरराष्ट्रीय किरकिरी हो रही है और इस मुद्दे को लेकर विपक्ष भाजपा पर हमलावर है। वहीं नुपूर शर्मा और नवीन जिंदल पर एक्शन लेकर भाजपा अपने ही समर्थकों के निशाने पर है। भाजपा के समर्थक भी इस फैसले से खुश नहीं हैं। सोशल मीडिया पर भाजपा कार्यकर्ताओं और भाजपा के अनुषांगिक संगठनों से जुड़े लोगों ने भी नुपूर शर्मा और नवीन जिंदल का समर्थन कर रहे हैं। वहीं इस कार्रवाई को भाजपा द्वारा अपनी विजय और सफलता के मुख्य आधार हिंदू धर्म के साथ छल भी बताया जा रहा है।

यह पहला मौका है जब अरब देशों ने मुस्लिम विरोधी बयान पर इतनी तीखी और तीव्र प्रतिक्रिया दी है। कतर, कुवैत, ईरान, सऊदी अरब जैसे देशों द्वारा आधिकारिक विरोध दर्ज कराने और “सार्वजनिक माफी” की मांग से पहले इस देशों में लोगों का सोशल मीडिया पर गुस्सा फूट पड़ा था और कुछ अरब देशों में भारतीय सामानों के बहिष्कार की मांग भी होने लगी थी।

विवाद को तूल पकड़ता देख विदेश मंत्रालय ने तो यहां तक कह दिया कि यह टिप्‍पणियां ‘फ्रिंज एलिमेंट्स’ की तरफ से हुईं और सरकार की राय प्रदर्शित नहीं करतीं। ऐसे में यह भी कहा जा रहा है कि दबाव में आई भाजपा ने अपने ही प्रवक्ताओं को ‘फ्रिंज एलिमेंट्स’ तक कह डाला। ऐसे में भाजपा को सफाई देना तक मुश्किल हो रहा है।

Back to top button