क्या PM मोदी के मंत्र से ही कांग्रेस ने कर्नाटक विजय का तैयार किया रोडमैप?
कांग्रेस ने 'वोकल फॉर लोकल' को बनाया रणनीति, स्थानीय मुद्दों पर केंद्रित किया चुनाव
Ashok Chaturvedi
नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा में अब कुछ घंटे ही शेष हैं। अब तक आए एग्ज़िट पोल पर कांग्रेस की स्थिति भारतीय जनता पार्टी की तुलना में मज़बूत बता रहे हैं। कांग्रेस की राज्य इकाई तो पूर्ण बहुमत से जीत का दावा भी कर रही है।
राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा और विपक्षी कांग्रेस की चुनावी तैयारियों पर ग़ौर किया जाए तो एक ओर भारतीय जनता पार्टी का प्रचार पूरी तरह प्रधानमंत्री के चेहरे और केंद्र के सहारे डबल इंजन सरकार के सूत्र पर टिका हुआ था वहीं कांग्रेस ने बेरोज़गारी और महंगाई के साथ भ्रष्टाचार और अन्य स्थानीय मुद्दों पर मुखर होकर चुनाव लड़ा।
नतीजों से पहले कांग्रेस की चुनावी तैयारियों पर नज़र डाली जाये तो यह साबित होता है कि कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्र को ही आत्मसात कर कर्नाटक विजय का रोडमैप तैयार किया है। पार्टी के कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट के सेकेट्री इंचार्ज और सांसद जयराम रमेश का साक्षात्कार भी इस ओर ही इशारा कर रहा है।
सांसद जयराम रमेश के मुताबिक़ कर्नाटक में इस बार हमारी रणनीति का एक ही सिद्धांत था कि ये स्थानीय चुनाव हैं, प्रधानमंत्री पद के लिए चुनाव नहीं हैं। हमने हमारी रणनीति को ‘वोकल फॉर लोकल’ बनाया और इसलिए कांग्रेस की जीत सुनिश्चित है।
बड़ी बात यह है कि ‘वोकल फॉर लोकल’ को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पसंदीदा का स्लोगन माना जाता है। पीएम मोदी अपने कई सम्बोधनों में ‘वोकल फॉर लोकल’ की वकालत करते नज़र आते हैं और कर्नाटक चुनाव में सत्ताधारी भाजपा की सबसे बड़ी उम्मीद प्रधानमंत्री मोदी के तूफानी प्रचार पर ही टिकी है। प्रधानमंत्री मोदी ने प्रचार के आखिरी 8 दिन में 19 रैलियां और 6 रोड शो किए थे।
जयराम रमेश ने यह भी कहा कि हमने अपने घोषणापत्र में 5 गारंटी का वादा किया है। इन गारंटियों के कारण कांग्रेस की जीत सुनिश्चित है। अगर इन पांच गारंटियों को देखा जाये तो ये पूरी तरह से स्थानीय मुद्दों पर ही आधारित हैं।
इन गारंटियों में कांग्रेस ने सरकार बनने पर ‘गृह ज्योति’ योजना के तहत हर महीने 200 यूनिट मुफ्त बिजली, ‘गृह लक्ष्मी’ योजना के तहत परिवार की प्रत्येक महिला प्रमुख को 2000 रुपये प्रति माह, ‘अन्न भाग्य’ योजना बीपीएल कार्ड धारको के हर सदस्य को हर महीने 10 किलोग्राम चावल, ‘युवा निधि’ योजना के तहत बेरोजगार ग्रेजुएट को 3 हजार रुपये महीना और डिप्लोमा धारक को 1500 रुपये महीना, इसके साथ ही ‘शक्ति’ योजना के तहत सभी महिलाओं को राज्य भर में केएसआरटीसी / बीएमटीसी बसों में नि:शुल्क यात्रा की बात कही है।