क्या सिंधिया समर्थक मंत्री से इस्तीफा लेकर शहीदों से न्याय करेगी BJP?

तीन पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाले आरोपियों की तस्वीरें भाजपा के नेताओं के साथ वायरल, कांग्रेस ने माँगा संरक्षणकर्ताओं का इस्तीफा।

गुना (जोशहोश डेस्क) गुना में तीन पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाले आरोपियों की तस्वीरें भाजपा के नेताओं के साथ वायरल हो रही हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया की एक आरोपी के साथ दावतों की तस्वीरें भी सामने आई हैं। इसके बाद कांग्रेस ने सवाल उठाया है कि क्या भाजपा में सिंधिया समर्थक मंत्री सिसोदिया का इस्तीफा लेने का साहस है?

पूर्व मंत्री और विधायक जयवर्धन सिंह ने सोमवार को तीन पुलिसकर्मियों की हत्याओं के आरोपियों को भाजपा नेताओं द्वारा संरक्षण दिए जाने का मामला फिर उठाया। उन्होंने ट्वीट किया कि-

क्या हुआ वीडी शर्मा जी, गुना हत्याकांड में महाराज के आदमीओ के नाम आते ही पूरी भाजपा को साँप क्यों सूंघ गया। बताइये चुनिंदा लोगों की विशेष दावत में ग्रामीण विकास मंत्री जी के साथ शिकारी क्या कर रहें हैं। साहस है तो मंत्री जी का इस्तीफ़ा लीजिये और शहीदों के साथ न्याय कीजिये।

इससे पहले भी जयवर्धन सिंह ने आरोपियों की भाजपा नेताओं से नज़दीकी की बात कहते हुए संरक्षणकर्ताओं के इस्तीफा की मांग की थी-

जयवर्धन सिंह ने कहा था क़ जिन लोगों ने हत्या की है वो हिरणों के शिकारी थे मंत्रीजी की विशेष दावत में मिलने वाले चुनींदा लोगों में ये शामिल थे। इनकी शादियों में आपके लोग शामिल होते हैं, मंत्री जी की विशेष दावत में ये विशेष सेवा देते हैं। कृपया कॉल डिटेल भी निकलवा ले पता चल जाएगा किसका संरक्षण प्राप्त था।बिना सत्ता संरक्षण के किसी की इतनी हिम्मत नहीं कि वो पुलिसवालो की हत्या कर सके। नैतिकता का तकाज़ा यहीं कहता हैं संरक्षणकर्ताओं का इस्तीफा लें।

गौरतलब है कि गुना के आरोन थाना क्षेत्र में शुक्रवार-शनिवार की दरमियानी रात पुलिस और शिकारियों के बीच मुठभेड़ में तीन पुलिसकर्मियों की मौत हो गई थी। मुठभेड़ में तीन पुलिसकर्मियों की मौत से प्रदेश में हड़कंप मच गया था। इसके बाद एक्शन में आई पुलिस ने नौशाद और शहजाद का एनकाउंटर कर दिया था। वहीं पुलिस जब दो आरोपियों जिया खान और शानू खान को कोर्ट ले जा रही थी उस दौरान गाड़ी पलट के बाद दोनों आरोपियों ने भागने का प्रयास किया, इसके बाद पुलिस द्वारा चलाई गोली में दोनों घायल हो गए थे। घटना को लेकर कांग्रेस प्रदेश की कानून व्यवस्था पर लगातार सवाल उठा रही है।

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