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10 जनपथ में कमलनाथ-दिग्विजय-PK साथ, बड़े फैसले पर निगाह

सोनिया गांधी के निवास पर अहम बैठक, कमलनाथ और दिग्विजय सिंह भी मीटिंग में मौजूद।

नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की कांग्रेस में भूमिका को लेकर मंगलवार को बड़ा फैसला हो सकता है। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के निवास दस जनपथ पर एक आज अहम बैठक हो रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह भी दस जनपथ पहुंचे हैं। प्रशांत किशोर भी मीटिंग में मौजूद हैं।

कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ यह चार दिन में प्रशांत किशोर की तीसरी मुलाकात है। इससे पहले प्रशांत किशोर सोनिया गांधी के आवास पर ही कांग्रेस नेताओं के बीच 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर प्रजेंटेशन भी दे चुके हैं। इस प्रजेंटेशन के दौरान मध्यप्रदेश से राज्यसभा सांसद दिग्जिवय सिंह भी मौजूद थे।

वहीं दस जनपथ पर आज हो रही बैठक में मध्यप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ के पहुँचने की भी खबर है। मध्यप्रदेश के दोनों दिग्गजों की मौजूदगी को बैठक में काफी अहम माना जा रहा है। साथ ही यह कहा जा रहा है कि पीके इस मीटिंग में मध्यप्रदेश में कांग्रेस की संभावनाओं पर भी अपनी बात रख सकते हैं। मध्यप्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होना है।

गौरतलब है कि रणनीतिकार प्रशांत किशोर के कांग्रेस के साथ मिलकर काम करने की लम्बे समय से अटकलें लगाईं जा रही हैं। प्रशांत किशोर इस साल होने वाले गुजरात और हिमाचल प्रदेश के विधानसभा चुनाव के साथ ही आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस का रोडमैप सोनिया गांधी के सामने रख चुके हैं। हालंकि यह साफ़ नहीं हो सका है कि प्रशांत किशोर कांग्रेस में शामिल होंगे या नहीं। कहा जा रहा है कि इस बारे में अंतिम निर्णय सोनिया गांधी को करना है। आज दस जनपथ पर हो रही मीटिंग में इस पर बड़ा फैसला होने की उम्मीद जताई जा रही है।

प्रशांत किशोर चुनावी रणनीतिकार के तौर पर साल 2014 में सुर्खियों में आए थे। तब उन्होंने लोकसभा चुनाव में नरेंद्र मोदी के चुनावी अभियान की रूपरेखा बनाकर उसे सफलतापूर्वक अंजाम दिया था। इसके बाद उन्होंने 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में राजद-जद(यू)-कांग्रेस महागठबंधन की चुनावी जीत में अहम भूमिका निभाई थी। प्रशांत किशोर साल 2017 के पंजाब विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को और फिर साल 2019 के आंध्र प्रदेश विधानसभा चुनाव में वाईएसआर कांग्रेस को सत्ता तक पहुचांने में कामयाब हुए थे। इसके लावा 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी और 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के अभियानों में भी वह सफल रहे थे।

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