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भाई के शव को गोद में लेकर बैठने वाले मासूम की पढ़ाई का खर्च उठाएगी NSUI

अपने दो साल के भाई के शव को लेकर बैठे आठ साल के गुलशन की पढाई का जिम्मा कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई ने उठाया है।

भोपाल (जोशहोश डेस्क) मुरैना से कलेजा चीरने वाली आई तस्वीर ने पूरे प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं की कलई खोल दी है। अब इस असंवेदनशील सिस्टम के बीच संवेदनशील खबर सामने आई है। अपने दो साल के भाई के शव को लेकर बैठे आठ साल के गुलशन की पढाई का जिम्मा कांग्रेस के छात्र संगठन एनएसयूआई ने उठाया है।

तस्वीर सामने आने के बाद NSUI के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन के आदेश पर मप्र NSUI के अध्यक्ष आशुतोष चौकसे ने पीड़ित परिवार से बात कर गुलशन की स्कूली शिक्षा की जिम्मेदारी ली। आशुतोष चौकसे ने ट्वीट किया कि ऐसे दृश्य देखकर कलेजा फट जाता है, जीवन व्यर्थ लगता है। गुलशन के लिए शिक्षा ही वो जरिया है जिससे भविष्य बेहतर किया जा सकता है। इसलिए NSUI की प्रदेश इकाई इस बालक की स्कूली शिक्षा का जिम्मा लेती है और हर संभव सहायता हम हमारी तरफ से देंगें।

NSUI की इस पहल की सोशल मीडिया पर सराहना की जा रही है। इससे पहले रविवार को एक मुरैना में आठ साल का मासूम का अपने भाई की लाश गोद में लेकर बैठ दिखाई दिया था। मासूम को अपने भाई की लाश गोद में लेकर बैठे रहने का कारण यह था कि उसका पिता खाली जेब था और जिला अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ ने एम्बुलेंस उपलब्ध कराने को लेकर हाथ खड़े कर दिए थे।

यह दर्दनाक त्रासदी अम्बाह निवासी पूजाराम जाटव के साथ हुई। उनके बेटे राजा की तबीयत दो दिन पहले खराब हो गई थी। हालत ज्यादा खराब होने के कारण अम्बाह के सरकारी अस्पताल से राजा को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया था। यहाँ से पूजाराम अपने 8 साल के बेटे गुलशन के साथ राजा को लेकर जिला अस्पताल पहुंचा था।

मुरैना के जिला अस्पताल में इलाज के दौरान राजा की मौत हो गई। शव को अम्बाह ले जाने के लिए अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ ने हाथ खड़े कर दिए। यह कहा गया कि शव ले जाने के लिए अस्पताल में कोई वाहन नहीं है। पूजाराम के पास इतने पैसे भी नहीं थे कि वह निजी एम्बुलेंस कर सके। तब पूजाराम शव को गुलशन की गोद में छोड़ कर पैसों इंतजाम करने चला गया।

पूजाराम जब तक एम्बुलेंस की तलाश करता रहा तब तक आठ वर्षीय गुलशन अपने दो साल के भाई की लाश को गोद में लिए बैठा रहा। जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस ने गुलशन को राजा के शव के साथ जिला अस्पताल ले आई। वहां जब पूजाराम भी आ गया तो पुलिस ने एम्बुलेंस से शव काे अम्बाह भिजवाया।

वहीं इस शर्मनाक घटनाक्रम को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने शिवराज सरकार पर सवाल उठाये। उन्होंने कहा कि मैं माननीय मुख्यमंत्री जी से जानना चाहता हूं कि आखिर क्यों मध्यप्रदेश में नियमित अंतराल पर एंबुलेंस ना मिलने के मामले सामने आते रहते हैं?

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