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जानिए कौन हैं रात तक मीटिंग और सुबह बच्चे को जन्म देने वाली IAS

स्वच्छता सर्वे को लेकर 2012 बैच की आईएएस प्रतिभा पॉल रविवार रात तक मीटिंग लेती रहीं और सोमवार सुबह उन्होंने बेटे को जन्म दिया।

भोपाल (जोशहोश डेस्क) इंदौर की नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाॅल ने कर्तव्य के प्रति समर्पण की अनूठी मिसाल पेश की है। स्वच्छता सर्वे को लेकर 2012 बैच की आईएएस प्रतिभा पॉल रविवार रात तक मीटिंग लेती रहीं और सोमवार सुबह उन्होंने बेटे को जन्म दिया। प्रसव के कुछ घंटो पूर्व तक अपना दायित्व निभाने वाली आईएएस प्रतिभा पाॅल की अब जमकर सराहना हो रही है।

इंदौर में नगर निगम आयुक्त के पद से पहले आईएएस प्रतिभा पॉल जहां भी रहीं वहां उन्होंने अपने काम के प्रति गजब का जुनून दिखाया। यही कारण रहा कि अल्प समय में उनकी गिनती बेहद लोकप्रिय अधिकारियों में होने लगी है।

इंदौर में भी नगर निगम आयुक्त का पद संभालते ही आईएएस प्रतिभा पाॅल ने स्वच्छता को लेकर कई अहम निर्णय लिए। गर्भवती होने के बाद भी वे बिना अवकाश लगातार काम करती रहीं। प्रसव से कुछ घंटों पूर्व तक यानी रविवार को भी वे स्वच्छता सर्वे की समीक्षा करती रहीं और अपने मातहतों को जरुरी निर्देश देती रहीं।

श्योपुर की पहली महिला कलेक्टर

मई में इंदौर नगर निगम आयुक्त का पद संभालने से पहले प्रतिभा उज्जैन में भी नगर निगम आयुक्त के पद पर रहीं। प्रतिभा श्योपुर कलेक्टर भी रही चुकी हैं। श्योपुर में पहली महिला कलेक्टर होने का गौरव प्रतिभा को ही प्राप्त है।

सतना में युवाओं को निशुल्क कोचिंग

प्रतिभा पाॅल ने छोटा लेकिन अहम कार्यकाल सतना में भी बिताया यहां नगर निगम आयुक्त पद पर रहते हुए उनके काम अब भी लोगों को याद हैं। यहां विदाई समारोह में बेहद भावुक होते हुए स्वयं प्रतिभा ने यह कहा था कि यह मेरा छोटा लेकिन सबसे बेहतर अच्छा कार्यकाल है।यहां उन्होंने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं को निशुल्क कोचिंग देने का अनुकरणीय काम भी किया।

कविताएं लिखना पंसद, दुष्यंत पसंदीदा कवि

आईएएस प्रतिभा पाॅल को कविताएं लिखना पसंद हैं। दुष्यंत उनके पसंदीदा कवि हैं। अब तक वे ढाई सौ से ज्यादा कविताएं लिख चुकी हैं। उनका कहना है कि कविताएं उनके मन के भावों को अभिव्यक्त करती हैं।

सबका साथ ही मूलमंत्र

आईएएस प्रतिभा पाॅल का कहना है कि इतिहास हमेश ऐसे लोगों को ही याद रखता है जो सबको साथ लेकर चलते हैं। कम्युनिटी के लिए सोचना और उसे आगे बढाना किसी भी संस्था और अधिकारी का प्राथमिक कर्तव्य होना चाहिए।

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