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हिंडनबर्ग रिसर्च: कॉर्पोरट वर्ल्ड की सबसे बड़ी धोखाधड़ी, क्या अमेरिका में केस दायर करेंगे अडानी?

हिंडनबर्ग रिसर्च की चुनौती, अगर अडानी गंभीर हैं, तो अमेरिका में हमारे खिलाफ दायर करें केस

नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) हिंडनबर्ग रिसर्च ने भारतीय उद्योगपति गौतम अडानी पर ‘कॉर्पोरेट दुनिया की सबसे बड़ी धोखाधड़ी’ का आरोप लगाया है। हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के शेयर लगातार गिरावट की ओर हैं। बुधवार को निवेशकों को एक लाख करोड़ रुपये के नुकसान के बाद शुक्रवार को भी अदाणी ग्रुप की कंपनियों के के शेयर दूसरे दिन भी 20% तक गिर गए।

इधर अडानी ग्रुप ने हिंडनबर्ग रिसर्च के खिलाफ कड़ी प्रतिक्रिया दी है वहीं अडानी ग्रुप की प्रतिक्रिया के बाद हिंडनबर्ग रिसर्च अपनी रिपोर्ट पर कायम है। साथ ही हिंडनबर्ग रिसर्च ने लिखा है कि हमने रिपोर्ट के निष्कर्ष में अडानी से 88 सवाल पूछे थे। हमारे सवाल बिल्कुल स्टेटफॉरवर्ड थे लेकिन कंपनी ने एक भी सवाल का जवाब नहीं दिया।

हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी ग्रुप पर पर धमकी देने का आरोप भी लगाया है। अपने स्टेटमेंट में हिंडनबर्ग रिसर्च ने लिखा-जैसा कि हमें उम्मीद थी अडानी ने हमें धमकी देने का रास्ता चुना है। उन्होंने हमारी रिपोर्ट को बिना बिना रिसर्च का बताया है। जबकि हमें अपनी रिपोर्ट को तैयार करने में दो साल का वक्त लगा है। हमारी रिपोर्ट 106 पन्नों की है, जिसमें 32000 शब्द लिखे हैं और 720 से ज्यादा उद्धरण शामिल किए गए हैं।”

हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी को चुनौती देते हुए कहा है कि “हम कंपनी की कानून कार्रवाई की धमकी का स्वागत करते हैं। हम अपनी रिपोर्ट पर कायम हैं। हमारे खिलाफ लिया गया कोई भी लीगल एक्शन आधारहीन होगा। हम अमेरिका से ऑपरेट करते हैं। अगर अडानी गंभीर हैं, तो अमेरिका में हमारे खिलाफ केस दायर करें। हमारे पास दस्तावेजों की एक लंबी लिस्ट है, जिसकी हम कानूनी प्रक्रिया के दौरान डिमांड करेंगे।

इससे पहले हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद अडानी ग्रुप ने बयान जारी किया था। अडानी ग्रुप ने कहा- हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट दुर्भावनापूर्ण व शरारतपूर्ण है। इस भ्रामक रिपोर्ट ने अदाणी समूह, हमारे शेयरधारकों और निवेशकों पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है। इसे अडानी समूह की कंपनियों के शेयर मूल्यों पर हानिकारक प्रभाव डालने के लिए डिजाइन किया गया है। अडानी ग्रुप हिंडनबर्ग के खिलाफ उसकी भ्रामक रिपोर्ट के कारण लीगल एक्शन लेगी।

दूसरी ओर कांग्रेस ने शुक्रवार को हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद भारतीय रिजर्व बैंक और भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड यानी सेबी की ओर से जांच कराने की मांग की है। कांग्रेस ने कहा है कि इस मामले की गहन जांच होनी चाहिए।

गौरतलब है कि फोरेंसिक फाइनेशियल रिसर्च फर्म हिंडेनबर्ग ने बुधवार को जारी रिपोर्ट में बताया कि अडाणी ग्रुप की सभी 7 प्रमुख लिस्टेड कंपनियों पर काफी ज्यादा कर्ज है। ग्रुप की सभी कंपनियों के शेयर 85% से ज्यादा ओवरवैल्यूड भी हैं। अडाणी ग्रुप ने शेयरों में हेरफेर की। अकाउंटिंग में धोखाधड़ी की गई है। अडाणी ग्रुप कई दशकों से मार्केट मैनिपुलेशन, अकाउंटिंग फ्रॉड और मनी लॉन्ड्रिंग कर रहा है।

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