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BMC में लापरवाही : लेबर रूम-वार्ड में आतिशबाजी, प्रसूता की मौत

बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज में गंभीर लापरवाही, बड़ी घटना को अंजाम दे सकती थी एक चिंगारी, जांच के बाद होगा एक्शन।

सागर (जोशहोश डेस्क) बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज (BMC) में दीपावली की रात लेबर रूम व पोस्ट ऑपरेशन वार्ड में गंभीर लापरवाही सामने आई। अस्पताल के वार्ड में ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ ने वार्ड के भीतर ही आतिशबाजी कर दी। जिससे पूरे वार्ड में धुआं भर गया। आतिशबाज़ी के कुछ देर बाद इसी वार्ड में एक प्रसूता की मौत हो गई। प्रसूता के परिजनों ने इलाज में लापरवाही का आरोप भी लगाया है।

मामले का खुलासा एक वायरल वीडियो से हुआ है। दैनिक भास्कर के सागर संस्करण के मुताबिक घटना गुरुवार रात 10 बजे की बताई जा रही है, जिसमें लेबर रूम के गेट पर ड्यूटी पर तैनात स्टाफ द्वारा फुलझड़ियां और अनारदाना चलाकर दीपावली मनाते हुए दिख रहे हैं। इतना ही नहीं आतिशबाजी के कुछ ही देर बाद इसी वार्ड में एक प्रसूता की मौत हो गई।

प्रसूता के परिजनों ने अस्पताल स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। मौके पर पहुंची पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन देकर मामला शांत कराया। शुक्रवार को महिला के शव का पोस्टमार्टम हुआ और पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी। हैरानी की बात तो यह है कि इतनी बड़ी घटना के बाद भी जिम्मेदार बीएमसी प्रबंधन शुक्रवार तक इस घटना से अंजान रहा, लेकिन जब वीडियो वायरल हुआ तो डीन ने मामले की जांच कराने और दोषियों पर कार्रवाई करने की बात कही।

ति का आरोप- इंजेक्शन से मौत

मृतका के पति प्रवीण आठिया निवासी पंतनगर ने बताया कि पत्नी पूजा आठिया (26) का प्रसव कराने के लिए 3 नवंबर को बीएमसी में भर्ती कराया था। दोपहर करीब 3 बजे ऑपरेशन से बच्चे का जन्म हुआ। इसके बाद जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ और सुरक्षित थे। गुरुवार रात करीब 12.30 बजे पत्नी पूजा को अचानक पेट में दर्द उठा। दर्द होने पर वार्ड क्रमांक 6 में मौजूद नर्स स्टाफ को सूचना दी। इसी दौरान नर्स ने आकर पूजा को इंजेक्शन लगाया। इंजेक्शन लगाने के पूजा की तबीयत बिगड़ी और कुछ ही देर में मौत हो गई।

हो सकता था बड़ा हादसा

वार्ड में जहां पटाखा चलाया जा रहा था। उसके ठीक ऊपर से सेंट्रल ऑक्सीजन लाइन निकली हुई थी। ऐसे में एक चिंगारी बड़ी घटना को न्योता दे सकती थी। इतना ही नहीं लेबर रूम में आतिशबाजी करना गंभीर लापरवाही है। आतिशबाजी से निकलने वाला धुंआ लेबर रूम परिसर में फैला था। इससे नवजात और प्रसूताओं को नुकसान हो सकता था। बावजूद इसके लेबर रूम में तैनात किसी भी जिम्मेदार ने आतिशबाजी पर रोक लगाने की कोशिश नहीं की। बीएमसी के डीन डॉ. आरएस वर्मा ने बताया कि मुझे लेबर रूम में आतिशबाजी का पता चला है। यह बड़ी लापरवाही है, इस मामले की जांच की जाएगी और वीडियो में नजर आने वाले हर स्टाफ पर कार्रवाई होगी।

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