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अंतरात्मा की आवाज या जहालत, क्यों सुप्रीम कोर्ट की कमेटी से अलग हुए भूपिंदर सिंह मान

नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) किसान आंदोलन को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई चार सदस्यीय कमेटी से भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष और अखिल भारतीय किसान समन्वय समिति के अध्यक्ष भूपिंदर सिंह मान ने खुद को अलग कर लिया है।

भूपिंदर सिंह मान ने खुद को समिति से अलग करते हुए लिखा कि – एक किसान और यूनियन का नेता होने के नाते मैं किसान यूनियनों और आम जनता की भावनाओं व आशंकाओं के मद्देनजर किसी भी पद का बलिदान करने का तैयार हूं, ताकि पंजाब और देश के किसानों के हितों से समझौता न हो। मैं खुद को सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमेटी से अलग कर रहा हूं।

भूपिंदर सिंह मान के समिति में शामिल होने पर पहले ही सवाल उठाए जा रहे थे। आंदोलन कर रहे किसानों का कहना था कि भूपिंदर सिंह मान पहले ही कृषि कानूनों का समर्थन कर चुके हैं।

भूपिंदर सिंह मान के कमेटी से अलग होने के बाद ट्विटर पर प्रतिक्रिया भी आने लगी हैं। कुछ लोग ट्विटर पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे भूपिंदर सिंह की मजबूरी भी बता रहे हैं।

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सुप्रीम कोर्ट द्वारा बनाई गई इस समिति में कृषि अर्थशास्त्री एवं कृषि मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले कृषि लागत और मूल्य आयोग के पूर्व अध्यक्ष अशोक गुलाटी, कृषि विशेषज्ञ डॉ. प्रमोद कुमार जोशी शामिल हैं। समिति में शामिल किसान नेता में महाराष्ट्र के किसान संगठन शेतकरी संगठन के अध्यक्ष अनिल घनवट शामिल हैं।

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